23 भाग
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यह कहानी लिखते हुए मै किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नही पहुचाना चाहती।बस मन के भाव थे जो शब्दो से बयां कर रही हूँ । आज जानकी बहुत खुश ...
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