सुशीला की मृत्यु

1 भाग

116 बार पढा गया

5 पसंद किया गया

तीन दिन और बीते, सुशीला के जीने की अब कोई संभावना न रही। तीनों दिन मुंशी संजीवनलाल उसके पास बैठे उसको सान्त्वना देते रहे। वह तनिक देर के लिए भी वहां ...

×