गुनगुनी धूप

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गुनगुनी धूप मनभावन लगने लगी      धुप का टुकड़ा मैयेकेकी याद दिलाने लगी..... सर्द की दुपहरी सुहानी लगने लगी पंछियों की तान रस घोलने लगी.....  मौसम का जादू है कुछ ...

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