बचपन था तों... ग़ज़ल

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बचपन था  तो चांद  से  भी  अपनी रिस्तेदारी थी। बड़े  हुए  तो  दुर  हुए ,  वो  भी  जिनसे  यारी थी। चंद  ख्वाबो  को पाने में ,सब अपने पीछे छूट गए, वो  ...

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