माता का ह्रदय

1 भाग

114 बार पढा गया

2 पसंद किया गया

माधवी की आंखों में सारा संसार अंधेरा हो रहा था । काई अपना मददगार दिखाई न देता था। कहीं आशा की झलक न थी। उस निर्धन घर में वह अकेली पडी ...

×