1 भाग
174 बार पढा गया
13 पसंद किया गया
नसीब तो बनता और बिगड़ता है ! कभी खुशी तो कभी गम की पतवार को थमता है ! किसी के ख़्वाब सवारते है तो कभी चूर होते हैं ! ये तो ...
Don't have a profile? Create