हम भी तुम भी

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शीर्षक:- "हम भी तुम भी" कोसों दूर है एक दूजे से  मगर हर रात निहारते है....! आसमां के उस चाँद को  हम भी तुम भी....!! न विश्वास की आशा है,  न ...

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