ज़िन्दगी के सफर का राही हु

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ज़िन्दगी के सफर का राही हु , खामोश चल रहा  हु, मंज़िल पाने की आस में, बेचैन मनं सा मचल रहा हु ! राहो में काटें का सहारा लेकर, कंकरो से संभल रहा ...

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