सूना आंगन, दैनिक लेखनी कहानी -01-Aug-2024

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सूना आंगन (धनुषाकार वर्ण पिरामिड) है  सूना आंगन  तेरे बिन मेरे सजन व्याकुल है मन तरसते नयन ये आंगन हमारा लगता उदास  सिर्फ तन्हाई  रह गई  हमारे संग में जो तुम  ...

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