सब कुछ यहीं छूट जाना है, दैनिक लेखनी कहानी -30-Apr-2024

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सब कुछ यहीं छूट जाना है  तन यह माटी से निर्मित सुन ले,  इस पर  मोह कर दुःख पाना है।  नश्वर है यह सुंदर तन माटी का, माटी तन माटी में ...

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