काजल (पूर्णिका-18 ) लेखनी प्रतियोगिता -19-Apr-2024

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काजल ( पूर्णिका-18) प्रारंभी नेह: क्या ज़रूरत है भला ! किसलिए तू सजती संवरती है,  उफ्फ़ ये तेरी सादगी ,उसमें तू तो खूबसूरत दिखती है,  काजल भी फख्र करता होगा, शायद ...

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