लेखनी कहानी -18-Apr-2024 तुमसे प्रीति

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हा मैं तुमसे बहुत प्रेम करता हूं जिस प्रेम को शब्द से आंका नही जा सकता जिस प्रेम को समझना मतलब आग में पानी निकलने जैसा है मैने तुम्हे इतना सोचा ...

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