मोहब्बत(पूर्णिका-१७) , दैनिक लेखनी प्रतियोगिता -18-Apr-2024

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मोहब्बत (पूर्णिका -१७) प्रारंभी नेह: भूलकर भी अब न ,फिर किसी से मोहब्बत होगी, चाहकर भी अब न, फिर किसी से शिकायत होगी,  अब यह तो वक्त  बताएगा, कि भविष्य क्या ...

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