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मुक्कमल चांद की कहानी भी नही,अकेली तारो की सिफारिश भी नही.... उलझा हुआ एक आसमा हो तुम,जिसमे सुलझी हुई बादल हूं मैं... आदत है, तुमारी इन आखों को,पर एक खुदा से ...