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प्यार के पंछी तुम वीणा,मैं गुंजन प्रिये सुर,संगीत सा रिश्ता हमारा, सुनो प्रिय,मेरा सर्वस्व तुम मेरे हर दर्द में शामिल तुम। जीवन में परिणय रंग प्यार को सर्वस्व अर्पण है प्रिये, ...