लेखनी कविता -12-Apr-2024

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शीर्षक - हमारी सोच आप और हम जीवन जीते हैं। सच और झूठ फरेब रखते हैं। हम सभी समाज की सोच है। न जाने कितने सपने हमारे हैं। न हम सच ...

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