0 भाग
394 बार पढा गया
4 पसंद किया गया
शीर्षक - हमारी सोच आप और हम जीवन जीते हैं। सच और झूठ फरेब रखते हैं। हम सभी समाज की सोच है। न जाने कितने सपने हमारे हैं। न हम सच ...