लेखनी कहानी -11-Apr-2024

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बाबुल बाबुल याद घणी सताये, बाबुल मन मेरा घबराये।  जिस आंगन में पली-बढ़ी, आंखों में उतर आए रे।  बाबुल मन मेरा घबराये, बाबुल मन मेरा घबराये। मां की सीख हर्ष भर ...

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