लेखनी प्रतियोगिता -02-Mar-2024 ग़ज़ल

1 भाग

489 बार पढा गया

11 पसंद किया गया

दर्द दर्द को अपना अब हमदर्द बनाना है।  लगा के गले उसको उसके आग़ोश में जाना है।। मिट्टी के घरौंदों को बरसात के पानी में लाज़िम ढह ही जाना है। जख्म़ ...

×