लेखनी कहानी -13-Feb-2024

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इश्क़ और इंतज़ार कर रहें हैं सभी। जानते बूझते मर रहें हैं सभी। बस यही तो कयामत की है इब्तेदा, देखा सच कहने में डर रहें हैं सभी। कौन ले के ...

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