सुहागन

1 भाग

408 बार पढा गया

11 पसंद किया गया

आज  गाँव मे चांद की अनोखी छटा बिखर रही होगी । वो साँवली लड़की आईने के सामने संवर रही होगी ।। पिछली रात रचाई होगी जिसने हथेलियो पर सुर्ख मेहंदी  आज ...

×