“रत्ना! राजकुमारी रत्ना! तुम वहाँ कहाँ शिव मंदिर के पास ही पूजा कर के खड़ी हो गई? आगे आओ। यहाँ महल के अंदर आओ। वहाँ क्यों खड़ी हो? रत्ना मैं तुम्हारा ...

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