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कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता- कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता सुविधाएँ जितनी हो आसमां पूरा नहीं मिलता देखकर दूसरे को तड़पने से भला क्या फायदा दिल में ...
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