1 भाग
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ये रात ढल रही है, न खो उम्मीद साकी। अंतिम नहीं मिलन ये, अभी जिंदगी है बाकी। रात का ख्याल कैसा, जब जाम छलक जाए। नजरें न फेर हमसे, हमें कद्र ...