छोटे-छोटे सवाल (उपन्यास): दुष्यन्त कुमार

23 भाग

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सोचा-लोग खामखा शहरों को बदनाम करते हैं कि वहाँ शुद्ध घी-दूध नहीं मिलता।तभी गूँगा तड़पकर खड़ा हो गया। और सत्यव्रत के पैसोंवाले हाथ को पीछे करता हुआ ‘आँऽऽ आँऽऽ' करके अपनी ...

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