महबूब, दैनिक लेखनी प्रतियोगिता -28-May-2023

1 भाग

234 बार पढा गया

13 पसंद किया गया

महबूब  भूला नहीं पाया हूं पहली बारिश की बात समझ पाये थे प्रिय एक दूजे के  जज़्बात  बहुत ही अनोखी थी हमारी वो मुलाकात मिलपायी थी महबूब के प्यार की सौगात  ...

×