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मंच को नमन विषय- सीता स्वयंवर विधा- चौपाई धीर वीर रघुनंदन भारी। हाथ जोड़ गुरु आज्ञा धारी।। भरी सभा में तोड़ सारंगा। नृप दल में तब हुआ अचंभा।। नाद घोष फैला ...
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