शेखर : एक जीवनी (भाग 1)

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क्या उत्तर दें कि शरीर में इतनी शक्ति ही नहीं है कि खेल सकें? ये वे हैं, जो खेलते नहीं, जो स्वर्ग खिलौने हैं, जिनसे विधि खेलती हैं। इन्हें स्मृतियाँ कहना ...

अध्याय

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