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मेरे हर लम्हें में, सरमाया सिर्फ़ तू ही हैं , लेखनी मेरी है पर, इश्क ए स्याह तू ही है, बेपरवाह अब्र सा मैं हूं पर, इश्क -ए- मीन तू ही है, ...