कविताएं

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कभी दिल चाहता है आईना मैं बन जाऊ तेरा मुझे ही देख के कभी खुद को निखारे तुम। मुझे ही देख के खुद को सवारे तू कभी दिल चाहता है रास्ता ...

अध्याय

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