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मंच को नमन विषय सुहानी शाम दृश्य मनोरम सुंदर नजारा सुहानी शाम हो जाए उर उमंगे ले हिलोरे प्रीत पुरानी आम हो जाए ठंडी ठंडी पुरवाई हो खुशियों की बरसात हो ...