कविता = गिला

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कविता ( गिला ) रब से न कोई गिला ! जो मिला सही मिला !! फ़क़ीरी में, मैं हूँ पला !  फ़क़ीरी का भी हो भला !! फ़क़ीरी से ही सीखा ...

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