1 भाग
282 बार पढा गया
17 पसंद किया गया
ना समझो के महज़ एक दिल ये पागल लेके आएं हैं, बरस कर रूह तर कर दें वो बादल लेके आएं हैं। तुम्हारी आंख के आंशू भी हम खुद में छिपा ...