आंचल लेके आएं हैं.. ग़ज़ल

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ना समझो के महज़ एक दिल ये पागल लेके आएं हैं, बरस कर  रूह  तर  कर  दें  वो बादल  लेके आएं हैं। तुम्हारी  आंख  के आंशू  भी  हम खुद में छिपा ...

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