246 following
138 followers
Bahut Bahut Sukriya Sant Kumar Sartthi ji.
परिवार लेखनी कविता -08-Jun-2024
भाषा : हिन्दी
भाषा - कोटि - : कविता
चाय पर दोहे
मुखौटा
प्रदत चरण-दुखी न होना चाहिए
मां की ममता
स्वतंत्र दोहे
होली
चोर चोर मौसेरा भाई
शिव रात्रि
दोहे
सत्यं शिवं सुंदरम्
सोच
दर्द पिता का जाने कौन
लो आया मधुमास
आए दिन मधुमास के
सत्य सदा कड़वा लगे
ऋतु बसंत का आगमन
सोरठा
पति-पत्नी
करवा चौथ
राम विजय की ओर
मां दुर्गा का छठा रूप
हिंदी हिंदुस्तान
कृष्ण जन्माष्टमी ( चौपाई बद्ध)
कृष्ण जन्माष्टमी
शिक्षक और समाज
रक्षाबंधन
दूर के ढोल लगे सुहाने
राखी धागों का त्यौहार
सारी सीमा तोड़ कर
पानी पानी हो रहा
मर्जी दीनदयाल की
बिगड़ रहा पर्यावरण
दो हजार का नोट
योग दिवस कविता लेखनी कविता -21-Jun-2023
विषय-नशा मुक्ति
बेटी
रिश्ते
स्वारथ में अंधे सभी
परिवार पर दोहे
संकट
फाल्गुन की विदाई
वृक्ष- पेड़-पौधे-नव पल्लव
मधुमास
लाठी वाले लिख रहे
शीत ऋतु
हिंदुस्तानी
देश भक्ति दोहे
परिवार
जो विधि लिखा लिलार
भाषा - कोटि - : शायरी
सादगी है कुदरती खूबसूरती
सिद्धिदात्री दुर्गा मां
आजादी
मित्रता
क्या है आजादी का मतलब
रक्षा बंधन
सावन मनभावन
राखी
गुरु पूर्णिमा
लंका फिर जलने लगी
दोस्ती
नफरत का बाज़ार
दौलत
न्याय अन्याय
आराधना
पर्यावरण
अधिक समय चलता नहीं
फूलों सा मुस्कराता चल
कितने घातक हो गए
रंगीलो फागण
महिला दिवस पर विशेष
मुक्त छंद
पर्यावरण चेतना
होली के रंग कोरोना के संग
सुहाना लगता है
नौकरी
गाये माँ
नशा
चौपाई
बुजुर्ग
वार शुक्रवार
अपराधी मुखिया बने
महंगी होती जा रही
कुंडलिया
संवाद जरूरी है
तन्हाई
महंगाई
लता जी
बसंत
हिदुस्तान
संक्रांति
विवेकानन्द
मुक्त टॉपिक
को धुला है दूध का
मुक्त विषय
अटल
लेखनी कहानी -21-Dec-2021 नल बिजली राशन सफर
लेखनी प्रतियोगिता -17-Dec-2021 मुक्त विषय
लेखनी कहानी -17-Dec-2021 ज़िन्दगी
लेखनी कहानी -17-Dec-2021 प्रिय तुम विधना का अवतार
लेखनी कहानी -17-Dec-2021 शिक्षा से बढ़कर कोई घन नही
लेखनी कहानी -17-Dec-2021 ऋतु और बचपन
शिक्षा
दृढ़ संकल्प
कठिन परीक्षा सत्य की
संस्कार गुण दोष
कितने धातक हो गए
हैप्पी दीवाली
लेखनी कहानी -06-Nov-2021
धनतेरस
आँखे
गज़ल
*गज़ल*
नूतन वर्ष
विश्वकर्मा जयंती
शिक्षक
साथ मेरे आ जाओ
सरस्वती वंदना
महिला
रंगों का त्योहार
बसंत आया बहार लाया
होली के रंग कोरोना के संग।
छंद मुक्त
सावन री रिमझिम-(राजस्थानी में)
झड़ियां सावन री
सत गुरु वंदना
ओढ कर धानी चुनरिया
रक्षाबंधन भाई बहन का त्यौहार।
प्रेम
कृष्ण लीला( चौपाई बद्ध)
दोहरे चेहरे
चापलूसी चमचागिरी
वियोग श्रृंगार गीत
तन मन कंचन कैसे होगा।
कुदरत
देश भक्ति
सूरज है आदर्श हमारा।
कोरोना का आर्थिक प्रभाव
झोपड़ी में बसते हैं भगवान
दुहारे चेहरे
नवरात्र
पहला नवरात्र
असफ़ल भी हमारी गुरु
महल बस अपना गाता है
केवट के राम
विश्वकर्मा दिवस
हिंदी दिवस
दुनिया एक मुसाफ़िर खाना
ह्र्दय हमारा आवास तुम्हारा
नारी
अंत भला तो सब भला
गणेश वंदना
मानवता ही धर्म हमारा
गणेश वन्दना
मुँह देखा व्यवहार
शिक्षक दिवस
लेखनी कहानी -12-Feb-2024
समय
Zakirhusain Abbas Chougule
21-Jan-2023
0
Viewers
Following
25
Followers
42
1