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ब्लैक बैंगल्स चैप्टर 47

ब्लैक बेंगल्स चेप्टर 47

            मुलाकात देवांश और ब्लैक बेंगल्स की

अब तक आपने पढ़ा अर्जुन ज्योति को एक अच्छी जगह शिफ्ट करता है और उसे वहाँ छोड़ कर चला जाता है वहीं दिल्ली मे एक घर मे एक आदमी जिसके हाथ पर ब्लैक ईगल बना था ज्योति को हासिल करने की बात कहता है ज्योति खिड़की पर खड़ी कुछ सोच रही थी... 

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"अब आगे"

करांची 

ये अगला दिन था देवांश लेपटॉप मे कुछ काम कर रहा था... तभी वहाँ रॉकी आता है और देवांश के सामने खडा होते हुए कहता है "उस लड़के का पता चल चुका है... उसे तिहाड़ जेल मे रखा गया है पुलिस वालों की निगरानी मे"

रॉकी की बात सुन देवांश के चेहरे पर तिरछी मुस्कान आ जाती है 
देवांश रॉकी को देखते हुए कहता है "दिल्ली चलने का इंतेज़ाम करो"
रॉकी ओक्के बॉस केहकर वहाँ से चला जाता है... देवांश खिड़की के पास खडा हो जाता है और सामने का नज़ारा देखते हुए खुद से ही कहता है "बस कुछ वक़्त का इंतज़ार और उसके बाद तुम मेरे सामने होगी... बहुत बुरा मुक्कदर है तुम्हारा बिल्कुल तुम्हारे नाम जैसा काला....बस फर्क इतना है वो काला होकर भी खनक है उसमे.... लेकिन तुम्हारे मुक्कदर मे तो वो खनक भी नही.....अगर कुछ है तो बस स्याह काला"

देवांश अपने सीक्रेट रूम मे जाता है... और वहाँ ब्लैक बेंगल्स की फोटो के सामने खडा हो जाता है और उसे देखते हुए कहता है 
"ये मुलाकात अधूरी नही पूरी होगी इस बार कुछ पल का इंतज़ार और" 
देवांश अपना कोट उठाता है और अपने घर से निकलकर ऐरपोर्ट की तरफ बढ़ जाता है 

कुछ घण्टो मे देवांश दिल्ली पहुँच जाता है... और दिल्ली मे अपने फ्लैट मे जाता है वहाँ पहुँच कर देवांश रॉकी से कहता है "ओब्रोइ कंपनी चलो बहुत दिन हो गए कबीर से मिले हुए थोड़ा हाल चाल जान लिया जाए" 
रॉकी ओक्के बॉस कहता है थोड़ी देर रेस्ट करने के बाद दोनो ओब्रोइ इंडस्ट्रीज पहुँच जाते हैं.... 

देवांश को वहाँ देख कबीर थोड़ा घबरा जाता है और देवांश से हाथ मिलाते हुए कहता है "तुम इंडिया कब आये... खबर कर देते मै तुम्हे पिक करने आ जाता"

देवांश कबीर को देखते हुए कहता है "तुम्हें मेरी फिकर करने की ज़रूरत नही है... मैंने सुना है की माल मे कुछ हेराफेरी हो रही है.. मुझे गद्दारों से सख्त नफरत है.... और ये बात तुम अच्छे से जानते हो"

कबीर अपनी घबराहट छुपाते हुए कहता है "नही ऐसी तो कोई बात नही है... तुम बेफ़िकर रहो सब ठीक है... कुछ हेरा फेरि नही होगी"

देवांश कबीर को घुरते हुए कहता है "ना हो वही तुम्हारे लिए अच्छा होगा" 
देवांश कुछ पल खामोश रहता है फिर कहता है "तुम्हारी वो दोस्त कहाँ है आज कल"
कबीर देवांश को एक नज़र देखता है फिर कहता है "वो तुम्हारे हाथ कभी नही आयेगी"

देवांश कबीर को घूरते हुए कहता है.... "जितना पूछा जाए बस उतना बताओ मुझे ज़ादा बोलने वाले लोग नही पसंद... ये बात तुम जानते हो"

कबीर कहता है "पुणे मे है वही जोइन कर लिया है... वैसे एक बात पूछूँ"
देवांश कहता है "पूछ लो पसंद आई तो जवाब दे दूंगा"
कबीर फिर कहता है "तुम इतने पावरफुल हो अपने आदमी उसके पीछे क्यों नही लगा देते... तुम्हे उसके पल पल की खबर होती रहेगी"

देवांश एक मुस्कान के साथ कहता है "उसकी जगह अलग है और बहुत खास है देवांश की ज़िन्दगी मे....और खास लोगो को खुद जानने की कोशिश करता है देवांश ना की उसपर नज़र रखवाता है"

फिर देवांश वहाँ से उठकर चला जाता है... उसके जाने के बाद कबीर किसी को कॉल करता है और कहता है "सब तैयारी होगई"
सामने वाले की बात सुन कबीर के चेहरे पर एक तिरछी मुस्कान आ जाती है .. 

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पुणे

ज्योति खिड़की पर खड़ी कुछ सोच रही थी... हवा का एक झोंका ज्योति के चहरे को छु कर गुज़र जाता है,और ज्योति की आँखे बंद हो जाती है..... ज्योति अपनी आँखे बंद करके उस हवा को मेहसूस करने लगती है .. 

तभी ज्योति को कुछ याद आता है जैसे कोई केह रहा हो 
"देख लेना मिस शर्मिलि एक दिन ये दुनिया तेरे कदमों मे झुकेगी"
उसकी बात सुन ज्योति हस्ते हुए केहती है "अच्छा तो मिस्टर हैंडसम ये कैसे होगा.... स्कूल के बाद अगर ट्यूशन पढ़ाऊँगी तब" और हसने लगती है 

वो लड़का ज्योति के सर पर मारते हुए कहता है "अरे नही मिस शर्मिलि मुझे ऐसा लगता है.... तुझे एक दिन पूरी दुनिया जानेगी तु देख लेना"
ज्योति उसका मज़ाक उड़ाते हुए केहती है "मेरी तो छोड़ो लेकिन अगर पाँच मिनट मे अपनी वाली के पास नही पहुंचे तो उसने तुम्हे ज़रूर फेमस कर देना है"

वो लड़का उठते हुए कहता है "अरे हाँ मै तो भूल ही गया... तु मेरा ब्रेकअप एक दिन ज़रूर करवाएगी" उसकी इस बात पर ज्योति को हसी आ जाती है... ज्योति अपनी आँखे खोलती है तो उसकी आँखे नम थी

ज्योति खुद से ही केहती है "सालों का इंतज़ार और मेहनत मै ऐसे ही बर्बाद नही कर सकती"
ज्योति मिस्टर करियप्पा को कॉल करती है.... जैसे ही मिस्टर करियप्पा जैसे ही कॉल उठाते हैं ज्योति केहती है.. 
"मिला कोई ऐसा जो मेरा आई डी कार्ड ढूंढ सके" मिस्टर करियप्पा मुस्कुराते हुए कहते हैं "हाँ आज वो तुम्हारे घर के लिए निकल रहा है कल पहुँच जायेगा"

ज्योति परेशान होते हुए कहता है "ऐसा कौन है जिसे आपने चुना है" 
मिस्टर करियप्पा आराम से कहते है विराज... विराज है जो तुम्हारे घर जा रहा है... और एक बात मुझे मना करने या रोकने की कोशिश मत करना'

ज्योति एक दुखी मुस्कान के साथ केहती है "वादे करने वाले लाखो हुए, जान पर कोई और खेल गया, कहने वाले लाखों हुए, कर कोई और गया, मुक्कदर भी अजीब है, हम उनके ना हो सके, वो हमे अपना कर गए....... आपको जो सही लगे आप कर सकते हैं"

इतना केहकर ज्योति कॉल कट कर देती है और बेड पर लेट जाती है अचानक ज्योति झटके से उठती है... और अपना सामान चेक करने लगती है... बहुत देर ढूंढने के बाद भी ज्योति को जब अपनी डायरी नही मिलती... ज्योति परेशान होते हुए खुद से ही केहती है "क्या ऐसे ही सारी बातें सामने आनी है.... क्यों...अगर डायरी विराज के हाथ लग गई वो टूट जायेगा"

ज्योति अपने हाथ जोड़ते हुए केहती है "प्लिज़ कान्हा जी वो डायरी विराज के हाथ मत लगने देना प्लिज़" तभी ज्योति का फोन बजता है... सामने वाले की बात सुन ज्योति परेशान हो जाती है

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"अगला दिन"

"दिल्ली"

तिहाड़ जेल मे एक 30-35 साल का एक आदमी उस सेल मे आता है और इधर उधर देखते हुए... सेल की चाभी उस लड़के को देते हुए कहता है "थोड़ी देर मे सब विज़ि होंगे तुम्हारे पास 20 मिनट होगा भागने के लिए"

उसके बाद वो आदमी वहाँ से चला जाता है थोड़ी देर बाद वो लड़का देखता है... तो वहाँ कोई भी पुलिस वाला नही थ... वो लड़का धीरे से जेल का ताला खोलता है और लंगड़ाते हुए जेल से बाहर निकल जाता है 

वो लड़का जैसे ही जेल से बाहर आता है उसे सामने देवांश गाड़ी से टिककर सिगरेट पीते हुए दिखता है, देवांश एक तिरछी मुस्कान के साथ देवांश की तरफ बढ़ जाता है 

उस लड़के के पास पहुँच कर देवांश सिगरेट फेंक देता है, और अपने दोनो हाथ जेब मे डालते हुए कहता है "सुना है ब्लैक बेंगल्स को सिर्फ तुम पेहचानते हो... देखा है तुमने उसे"

वो लड़का डरते हुए कहता है "हाँ देखा है मैने उसे"
देवांश मासूम बनते हुए कहता है "क्या तुम हमे नही बताओगे" फिर दो कदम पीछे लेता है  और कहता है "रॉकी इसे गाड़ी मे डालो, और ले चलो किसी अच्छे स्केच अर्टिस्ट् के पास" 
रॉकी उस लड़के को पकड़ कर गाड़ी मे डाल देता है.... और गाड़ी भगा लेता है.... 

कुछ दूर आगे आने के बाद रॉकी एक दम से गाड़ी मे ब्रेक लगाता है देवांश गुस्सा होते हुए बोलता है "ये क्या बेवकूफी है रॉकी" रॉकी सामने की तरफ इशारा करता है तो सामने ब्लैक बेंगल्स खड़ी थी 

ब्लैक बेंगल्स को वहाँ देख देवांश की आँखे चमक जाती है... देवांश गाड़ी से उतरकर  ब्लैक बेंगल्स की तरफ बढ़ते हुए कहता है:-
"जाने क्या पहचान तेरी, 
  नाम तेरा पता नही, 
  चाहत बस तुझे देखने की, 
   इससे ज़ादा कुछ पता नही"

ब्लैक बेंगल्स मुस्कुरा देती है लेकिन चेहरा ढका होने के कारण उसकी मुस्कान किसी को दिखती नही है... देवांश ब्लैक बेंगल्स को घुरते हुए एक डेविल स्माइल के साथ गाड़ी से उतरता है और उसकी तरफ बढ़ते हुए कहता है..... 
"बहुत तेज हो तुम... हर चीज़ की खबर मिल जाती है.... अब तो मुझे भी लगने लगा है इंसान हो भी या नही"

देवांश उसके करीब जाता है और उसकी आँखो मे देखते हुए कहता है "आज इस राज से पर्दा उठा ही दो"
ब्लैक बेंगल्स देवांश के एकदम करीब जाते हुए केहती है "सही कहा मै इंसान नही हु.....मै तुम्हारी जिंदगी मे कयामत बनकर आई हूँ जो तुम्हे बर्बाद करने आई है"

देवांश ब्लैक बेंगल्स की कमर पकड़ के अपने करीब करते हुए कहता है "तो इस कयामत का दीदार भी करवा दो"
देवांश जैसे ही उसके चेहरे से कपड़ा हटाने के लिए अपने हाथ आगे बढ़ाता है 

ब्लैक बेंगल्स घूम कर उसकी बाहों से निकलकर दूर खड़ी हो जाती है देवांश एक नज़र अपने खाली हाथ को देखता है फिर ब्लैक बेंगल्स को और दांत पिस्ते हुए कहता है "तुम अपनी मौत से खेल रही हो"

ब्लैक बेंगल्स हस्ते हुए केहती है "ये मेरा पुराना शोख़ है".... 
देवांश एक नज़र उसे देखता है फिर उसकी कलाई पकड़ कर उसे घुमा कर अपने करीब कर लेता है...... ब्लैक बेंगल्स अपनी कोहनी देवांश के पेट मे मारती है और उसे घूरते हुए कहती है
"मानते हैं ताकत कम नही तुम्मे
 लेकिन खुद से कमजोर समझो
इतनी भी ताकत नहीं तुम्मे"

देवांश ब्लैक बैंगल्स को घूरते हुए कहता है....."बहुत जान है ना तुम्मे तो चलो आज आज़मा लो"...इतना कहकर देवांश ब्लैक बैंगल्स को पकड़ने की कोशिश करता है लेकिन ब्लैक बैंगल्स बड़ी ही फुर्ती से उससे दूर हो जाती है 
तभी ब्लैक बैंगल्स की नजर रॉकी और उसके पीछे खड़े उस लड़के पर पड़ती है ब्लैक बेंगल्स देवांश को चकमा देकर धीरे-धीरे उन दोनों की तरफ बढ़ जाती है तभी देवांश ब्लैक बेंगल्स की साड़ी का पल्लू पकड़ लेता
जब ब्लैक बैंगल्स को यह महसूस होता है वह अपनी जगह रुक जाती है

ब्लैक बैंगल्स को रुका हुआ देख देवांश एक तिरछी मुस्कान के साथ कहता है "औरत कितनी भी ताकतवर क्यों ना हो अपनी इज्जत के आगे हार ही जाती है"

ब्लैक बैंगल्स पलट कर एक नजर देवांश को देखती है,फिर अपनी साड़ी खुद ही उतार कर उसके ऊपर फेंकते हुए कहती है "औरत जब जिद पर आती है ना .....तो उसे रोकने के लिए मर्द की चालाकी या उसकी खुद की इज्जत भी उसे रोक नहीं सकती"

 देवांश जब ब्लैक बैंगल्स को देखता है तो उसने जींस और टीशर्ट पहनी हुई थी, उसे ऐसे देख देवांश के होठों पर मुस्कान आ जाती है ब्लैक बेंगल्स की साड़ी जो देवांश के हाथ में थी देवांश उसे  एक तरफ फेंक देता है ....और ताली बजाते हुए कहता है "मानना पड़ेगा गजब का दिमाग पाया है" ब्लैक बैंगल्स कुछ नहीं कहती है और अचानक पलट कर रॉकी के पीछे खड़े लड़के को शूट कर देती है

और देवांश को देखते हुए केहती है "ये मुलाकात मुक्कमल मै ही करूँगी देवांश तुम नही.... और ये मुलाकात जल्द ही मुक्कमल होगी"

फिर वहाँ से जाते हुए केहती है "तब तक इंतज़ार और सस्पेंस का मज़ा लो.... चलती हूँ जल्द मिलूँगी"

देवांश जैसे ही उसकी तरफ बढ़ने की कोशिश करता है ब्लैक बेंगल्स उसके आगे फायर कर देती है और देवांश का ध्यान भटका कर वहाँ से भाग जाती है.... रॉकी उसके पीछे जाने लगता है तो देवांश कहता है "रहने दो कोई फायदा नही है"

रॉकी कहता है लेकिन हम पकड़ सकते हैं उसे..... देवांश कहता है "ध्यान से सुनो आस पास जेट की आवाज़ आ रही है"

रॉकी फिर कहता है "इतने पास आकर भी हाथ से निकल गई... अब इसका क्या करे"
देवांश कहता है "यहीं छोड़ दो" दोनो वहाँ से निकल जाते हैं.... 

आज बस इतना ही आज लंबा चेप्टर अपलोड किया है....

"आज नया साल आया है 
 अपने साथ नये सपने और नई उम्मीद लाया है 
 पुराने साल की सारी तकलीफ छोड़ नई आशा लाया है 
दुआ है इस साल आपकी हर दुआ कबूल हो 
इसी उम्मीद के साथ हमने आपको
 नए साल की मुबारकबाद भिजवाया है"

सभी प्यारे रीडर्स को सीक्रेट राइटर की तरफ से हैप्पी न्यू ईयर आई विश आपका यह नया साल आपके लिए ढेर सारी खुशियां और तरक्की लेकर आए.... 

आज कोई सवाल नहीं मिलते हैं अगले चैप्टर में तब तक के लिए खुश रहिए और सुरक्षित रहिये और आज का चेप्टर कैसा लगा ज़रूर बताएं..... 

       ..........बाय बाय.......

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5 Comments

madhura

11-Aug-2023 07:23 AM

Nice part

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Varsha_Upadhyay

01-Feb-2023 07:00 PM

Nice 👍🏼

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Mahendra Bhatt

01-Feb-2023 01:50 PM

शानदार भाग

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