ब्लैक बैंगल्स चैप्टर 21
ब्लेक बेंगल्स चेप्टर 21
शिकारी का शिकार
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"असम"
देवांश के पकड़ने से ब्लेक बेंगल्स के बाल खुल जाते हैं देवांश बस उसकी आँखो मे खोता जा रहा था... देवांश को खोया हुआ देख ब्लेक बेंगल्स एक चाकू निकाल सीधा उसके हाथों पर वार करती है जिससे देवांश उसे आज़ाद कर देता है.... दूसरा वार उसके जांघो पर जिससे देवांश वही घुटने के बल बैठ जाता है
ब्लेक बेंगल्स उसे देख देवांश का मज़ाक उड़ाते हुए केहती है...
शायद तुमने वो कहावत नही सुनी है... "नज़र हटी दुर्घटना घटी"
देवांश गुस्से मे उसकी तरफ बढ़ते हुए कहता है.. "तुझे तो मै छोडूंगा नही "
ब्लैक बैंगल्स उसका मजाक उड़ाते हुए कहती है.."छोड़ने के लिए पहले पकड़ना पड़ता है..और काले साए को पकड़ना मामूली इंसान के बस की बात नहीं है ..मैं तुम्हारे सामने एक दिन खुद आऊँगी लेकिन तब,.तुम चाह कर भी मेरा कुछ नही बिगाड़ पाओगे...
लेकिन उससे पहले अगर तुमने मुझे ढूंढ लिया ... तो मै खुद तुम्हारी गुलाम बन जाऊंगी ये ब्लेक बेंगल्स का वादा है... इतना केहकर ब्लेक बेंगल्स वहाँ से चली जाती है...
देवांश रॉकी को कॉल करता है और लेने आने के लिए कहता है... रॉकी थोड़ी देर मे आता है और देवांश को वहाँ से लेकर निकल जाता है
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"फ्लेशबैक एंड"
देवांश उस तस्वीर को देखते हुए कहता है.."तुम्हें तो मैं ढूंढ कर रहूंगा और जिस दिन तुम मेरे हाथ लग गई....उस दिन मैं तुम्हारा वह हाल करूंगा कि तुम्हारी रूह भी कांप जाएगी" देवांश के चेहरे पर इस वक्त बहुत खतरनाक एक्सप्रेशन थे
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"अमृतसर"
"ब्लू मून होटल"
सब अपनी अपनी पोजीशन ले चुके थे.......वहीं तेजा और शेख बैठे अपनी डील डिस्कस कर रहे थे..तेजा एक सूटकेस टेबल पर रखते हुए कहता है "तुमने जो पिछले महीने ड्रग्स इंडिया भेजे थे यह उसकी कीमत है पूरे 500 करोड़"....शेख मुस्कुराते हुए कहता है
"तुमसे उम्मीद नहीं थी कि तुम अपनी जबान पर कायम रहोगे..तुम्हारी ईमानदारी देखकर ...."वेपंस की डील भी मैं तुम्हारे साथ करना चाहूंगा"
तेजा मुस्कुराते हुए कहता है..."मेरे पास जो वेपंस है वह बहुत ज्यादा पावरफुल है"..शेख मुस्कुराते हुए कहता है..."ठीक है फिर इस बार मैं वेपंस तुम से लेना चाहूंगा"..तेजा मुस्कुरा कर कहता है "हां क्यों नहीं जरूर लेकिन ....उन वेपंस की कीमत बहुत ज्यादा है" शेख कहता है "तुम मुझे सैंपल्स दिखा दो उसके बाद कीमत भी तय कर लेंगे"....तेजा एक आदमी को बुलाता है और उसके कान में कुछ कहता है वह आदमी हां में सर हिला कर वहां से चला जाता है
ज्योति जब उन लोगों की बातें सुनती है तो कहती है..."गाइज़ सब तैयार रहना"....उधर से सब एक साथ कहते हैं "हम तैयार हैं"
तभी ज्योति की नजर फिर उसी लड़के पर जाती है जिसे उसने अंदर आते वक्त देखा था ज्योति कुछ देर उसे देखती है.....उसे अचानक कुछ एहसास होता है जैसे कोई उसके पीछे खड़ा हो ज्योति जब पीछे मुड़कर देखती है तो वहां कोई नहीं था....ज्योति कुछ सोच रही थी तभी उसका फोन बजता है
ज्योति जब फोन स्क्रीन पर देखती है उस पर अर्जेंट लिखा था ज्योति फोन उठा लेती है और कहती है..."थैंक यू सो मच पासवर्ड बताने के लिए"....तभी दूसरी तरफ से उस आदमी की आवाज आती है...वो आदमी हैरान होते हुए कहता है....."मैंने कौन सा पासवर्ड बताया है...मैंने तुम्हें अभी कॉल किया है पासवर्ड बताने के लिए"
ज्योति हैरान होते हुए केहती है... लेकिन रिसेपशनिस्ट् को वो पासवर्ड वाली पर्ची".... तभी ज्योति के दिमाग मे कोई बात हिट करती है.. वो आदमी फिर कहता है.... "कौन सी रिसेप्शनिस्ट"..
सामने वाले शख्स की बात सुन ज्योति खामोश हो जाती है...और एक दम से ठंडे लहजे मैं कहती है...."ठीक है कोई बात नहीं..मैं आपसे बाद में बात करती हूं"...इतना कहकर ज्योति कॉल कट कर देती है ....और कॉल पर दोबारा कहती है...."तुममे से किसी ने, किसी को भी कुछ बताया है, इस मिशन के बारे मे...
तो आर्या थोड़ा डरते हुए कहता है... "हाँ.. वो.. वो मैने अपने एक दोस्त को बताया था"... ज्योति कुछ देर खामोश रहती है....फिर उस लड़के का चेहरा याद करती है... अपने दिमाग पर बहुत ज़ोर डालने के बाद धीरे से केहती है....."क्या वो अविनाश है?
आर्या कंफ्यूज होते हुए कहता है... "हाँ.. लेकिन तुम्हे कैसे पता" ज्योति कुछ देर सोचती है ...फिर अचानक केहती है....."ओह शीट"
और कंट्रोल रूम की तरफ भागते हुए केहती है.... जितनी जल्दी हो सके होटल से बाहर निकलो....अरमान पूछता है... "लेकिन हुआ क्या है"..... ज्योति गुस्सा करते हुए केहती है.... अविनाश ने हमारे साथ धोखा किया है , अविनाश भी इन लोगों के साथ ही मिला हुआ है, हम फंस जाएं उससे बैटर है हम यहां से निकल जाए...जितनी जल्दी हो सके होटल से बाहर निकलो"
अरमान कंट्रोल रूम की तरफ भागते हुए कहता है.."लेकिन अगर इन्हें पता है तो यह आसानी से हमें रोक सकते हैं"..ज्योति जहां थी वहीं रुक जाती है और कुछ सोचते हुए कहती है "इतना आसान नहीं है लेकिन फिर भी पहले इस होटल से निकले फिर आगे की सोचते हैं"
अरमान , जसप्रीत और आर्या कंट्रोल रूम पहुंच जाते हैं जहां पर विराज सारी सिक्योरिटी चेक कर रहा था काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी ज्योति नहीं आती है....ज्योति जब कंट्रोल रूम की तरफ बढ़ रही थी ...तभी कोई उसके सामने आ जाता है..उस इंसान को देख ज्योति उसे घूरते हुए कहती है....."तुमसे यह उम्मीद नहीं थी अविनाश, कि तुम आर्मी के खिलाफ जाकर...इन टेररिस्ट का साथ दोगे....
अविनाश ज्योति का मजाक उड़ाते हुए कहता है.."तुम्हें क्या लगता है मै आर्मी के खिलाफ जाऊंगा , कभी नहीं मैं बस तुम्हें रोकना चाहता हूं..मै तुमसे नफरत करता हूँ" अविनाश ज्योति के करीब जाकर उसकी आँखो मे देखते हुए कहता है.... "जो जगह मेरी होनी चाहिए थी.. वहाँ तुम्हे रखा गया... जो इज़्ज़त मुझे मिलना था वो तुम्हे मिल रहा है.... इसलिए इस बार मै इनके साथ मिलकर तुम्हे यही खतम कर दूंगा.... और ये मिशन पुरा करने का क्रेडिट मुझे मिलेगा"..
फिर ज्योति के कान के पास जाकर धीरे से कहता है...."इन सबका मरना तय है... लेकिन आज तुम्हारा मरना भी तय है".. ज्योति खामोश खड़ी उसकी बात सुन रही थी... और ब्लूटूथ से कनेक्ट बाकी सब भी उसकी बात सुन रहे थे
तभी ज्योति के पीछे एक और आदमी कहता है...."कमाल की बात है ना...इस बार शिकारी खुद शिकार हो गयी "...ज्योति जब पीछे मुड़कर देखती है
तो वहां तेजा और शेख खड़े थे और उन सब के साथ निर्जला भी थी जिसे तेजा के आदमियों ने पकड़ रखा था ज्योति एक नजर उन सबको देखती है फिर अपने मुंह पर हाथ रखते हुए धीरे से कहती है "प्लेन वही रहेगा"
शेख निर्जला को देखते हुए कहता है "क्या बात है इस बार आर्मी वालों ने दो-दो लड़कियां भेजी है...अच्छा है तुम दोनों के साथ खेलने में बहुत मजा आएगा...वैसे भी बहुत दिन हो गए किसी लड़की के साथ खेला नहीं है"..... और निर्जला के करीब जाने लगता है..
ज्योति एक नजर उन सबको देखती है फिर निर्जला को देखते हुए कहती है "तुम लोगों को नहीं लगता मैं ज्यादा खूबसूरत हूँ"....
तेजा एक नजर निर्जला को देखता है फिर ज्योति को देखते हुए कहता है "बात तो तेरी सही है...कहाँ वो काली....और कहाँ तु...तू सच में बहुत खूबसूरत है" इतना कहकर तेजा ज्योति की तरफ बढ़ जाता है
ज्योति कि नजरें निर्जला पर टिकी हुई थी निर्जला को देख ज्योति मुस्कुरा देती है...
कंट्रोल रूम में अरमान जो सारी बातें सुन रहा था आर्या का कॉलर पकड़ते हुए कहता है ...."अगर उन दोनों को कुछ भी हुआ...तो मैं तुम्हें जिंदा नहीं छोडूंगा"....विराज कंट्रोल रूम से बाहर निकलते हुए कहता है
"अब चाहे जो हो जाए मुझे उन सबको रोकना होगा....अगर इसके लिए मेरी जान जाती है...तो चली जाए...लेकिन मैं उसको कुछ नहीं होने दे सकता"...जसप्रीत विराज को रोकते हुए कहता है
"सर आप शायद भूल रहे हैं कि मैम ने क्या कहा था... और हमे उनका ऑर्डर मानना होगा... लेकिन सोचने वाली बात ये है... वहाँ निर्जला मैम के सिवा वो काली लड़की कौन है... विराज सबको इग्नोर कर बाहर जाने लगता है..
अरमान विराज को रोकते हुए कहता है ....."विराज जल्दबाजी में कोई भी गलत कदम मत उठाओ...उसने कहा है ना कि प्लेन वैसा ही रहेगा तो ठीक है जैसा प्लान किया था वैसे ही करते हैं"..विराज अरमान को घूरते हुए कहता है
"तो तुम क्या चाहते हो...मैं उसे वहाँ अकेले मरने के लिए छोड़ दूँ....तुमने सुना नहीं वो लोग कैसी बातें कर रहे थे" अरमान आर्या से पूछता है "तुमने उन्हें और क्या बताया है".....आर्या थोड़ा डरते हुए कहता है "म..मैंने...मैंने उन्हें सिर्फ इतना बताया था कि मेरे साथ इस बार दो लड़कियां जा रही हैं"
अरमान कुछ सोचता है फिर कहता है "विराज , जसप्रीत और मैं प्लेन के अकॉर्डिंग काम करते हैं और आर्या तुम उनके सामने खुद जाओगे लेकिन उन्हे लगना चाहिए की उन्होंने तुम्हे ढूँढा है.... ना की तुमने.. समझ गए और अगर इस बार कोई गलती हुई तो मै खुद तुम्हे गोली मार दूँगा"
तभी विराज कहता है...
क्या चल रहा है देवांश के दिमाग मे? क्या अरमान विराज आर्या और जसप्रीत मिलकर ज्योति और निर्जला को बचा पाएंगे? निर्जला की जगह वो काली लड़की कौन है? क्या मिशन सुक्सेसफुल होगा या सब मारे जायेंगे?
जानने के लिए पढ़ते रहिये मेरी कहानी ब्लेक बेंगल्स मिलते हैं अगले चेप्टर मे......
............. बाय बाय.........
Rajeev kumar jha
31-Jan-2023 01:08 PM
Nice 👍🏼
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Gunjan Kamal
29-Jan-2023 11:34 AM
शानदार
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