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ब्लैक बैंगल्स का गुस्सा

ब्लैक बैंगल्स चैप्टर 5
 

 ब्लैक बैंगल्स का गुस्सा


हेलो फ्रेंड्स कैसे हैं आप लोग उम्मीद करती हूं आप सब अच्छे होंगे.. अभी तक आपने पढ़ा की देवांश इंडिया के लिए निकल चुका है वही ज्योति का ट्रांसफर मुंबई मे पूना मे हो गया था... और आर्या से मिलकर और सबकुछ क्लीयर कर ज्योति वहाँ से चली गई थी.... 

अब आगे बढ़ते हैं.. 

जम्मू कश्मीर के डोडा इलाके मे

" ऐ लड़की यहाँ क्या कर रही है"... तो वो लड़की उनके हाथो मे गन देख थोड़ा घबरा जाती है और डरते हुए कहती है "आपके पास गन है बाबुजी"...किसी को मारने जा रहे हैं.... 

वो आदमी उस पर गन पॉइंट करते हुए कहता है... "जितना पूछा जा रहा है उतना बता वरना यही गोली मार दूंगा".... वो लड़की अपनी सेहमी नज़रों से उन्हे देखती अचानक उसके चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान आ जाती है वो लड़की अपने लेहगा को एक साइड से पकड़ के.... अपनी कमर मे टक करती है.. और उनकी तरफ बढ़ते हुए कहती है.... 

तो तुम लोग इंडिया मे ब्लास्ट करने जा रहे हो... और उनके हाथ मे गोला बारूद देखते हुए कहती है.. "इतने से क्या होगा.... इससे जादा तो इंडियन आर्मी के एक.... जवान के पास है.... खैर तुम्मे से यहाँ से कोई भी ना अपने देश वापस जायेगा! और ना ही मेरे देश आयेगा...क्योंकि मै ऐसा नही चाहती.....और मेरी मर्ज़ी के बिना तुम यहाँ से आगे जा नही सकते"
उस लड़की की बात सुन कुछ देर वो सब उसे देखते हैं फिर अचानक हसने लगते है... उन्हे हस्ता देख वो लड़की अजीब सी शकल बनाते हुए खुदसे ही कहती है.... 

"कमाल है मैने कोई जोक सुनाया है जो ये लोग हस रहे है"... उनमे से एक आदमी जिसकी उमर करीब 35-40 की होगी छोटी सी हाइट वो उस लड़की के थोड़ा करीब आता है... और अपनी गन को देखते हुए कहता है.... "तु हमे रोकेगी" फिर वो आदमी उस लड़की की आँखो मे देखते हुए कहता है... तुझ जैसी खूबसूरत लड़की हमे रोकेगी... "मतलब कमाल की बात है"...वो लड़की लगातार उन सबको घूरे जा रही थी... 

वो आदमी थोड़ा सख्त लहजे मे कहता है... "तुझ जैसी लड़कीआं लडाई की बाते करती हुई अच्छी नही लगती है"... और अपनी गन को उसके गालो पर फेरते हुए उसकी आँखो मे देखते हुए कहता है... 

"तेरी ये नीली आँखे खुदा खैर करे बड़ी खूबसूरत है!... और तु खुद मे कमाल है... तुझ जैसी लड़कीआं बिस्तर पर अच्छी लगती हैं ना की ऐसी बाते करती हुई".. वो लड़की एक नज़र सबको देखती है

फिर उस आदमी के हाथ पर ज़ोर से मारती है जिसमे उसने गन पकड़ रखी थी और उसके हाथो को घुमा कर उसके हाथ से गन ले लेती है!.... और उस गन को अपनी उंगली मे घुमाते हुए कहती है.... "तो बात ऐसी है मै तुम सब को आसान मौत देना चाहती थी! लेकिन वो क्या है ना मुझे इसकी बात पसंद नही आई".... और वो उन्हे तीखी नज़रों से घूरने लगती है... अचानक उसकी नज़र उस आदमी के पीछे खड़े दूसरे आदमी पर जाती... जो चुपके से उस लड़की पर 

निशाना बना रहा था... वो लड़की अपने सामने खड़े आदमी के टाँगो के बीच एक ज़ोरदार लात मारती है.. जिससे वो आदमी ज़मीन पर घुटने के बल बैठ जाता है . .. 

उसके नीचे झुकते ही वो लड़की पीछे खड़े उस आदमी को कसके एक लात मारती है जिससे वो पीछे गिरता है.... और गन अपनी उंगली मे घुमाते हुए कहती है "पीठ पीछे वार करने की आदत नही जाएगी तुम लोगो की"... तभी पीछे से एक आदमी उस लड़की के सर पर गन प्वाइंट करते हुए कहता है.... "अब तुझे मुझसे कोन बचाएगा".. वो लड़की मुस्कुराते हुए कहती है "ब्लैक बेंगलस को बचाने की ज़रूरत नही है, उससे तुम्हे कोन बचाएगा फिकर उसकी करो" 

और अचानक से पीछे पलट कर उससे धक्का देती है जिससे वो जाकर ज़मीन पर गिरता है.....वो लड़की उन सबको एक एक कर मारने लगती है... एक लड़की उन सब पर भारी पड़ रही थी इस बात से शर्मिंदा होकर उनमे से एक आदमी मौका देखकर उस लड़की पर पीछे से वार करने की कोशिश करता है... वो जैसे ही शूट करने वाला होता है.... वो लड़की अपनी चोटी पीछे की तरफ फेकती है जो उस आदमी की गर्दन को छु कर निकलता है..... किसी को कुछ समझ नही आता है...... की अचानक से वो आदमी ज़मीन पर पड़ा होता है... और उसका गला कटा हुआ था.... 

कुछ देर के लिए वहाँ एक दम सन्नाटा छा जाता है.... मौका देख कर वो लड़की उनकी बंदूक ले लेती है और लगतार उन पर गोलियां चलाने लगती हैं..... वही से कुछ दूरी पर आर्मी ऑफिसर का कैंप होता है.... उन तक जब गोलियाँ चलने की आवाज़ आती है... उनमे से एक ऑफिसर जिसकी उम्र लगभग 30 साल होगी और उसका नाम अभय सिंह था..... वो अपने सिनिएर ऑफिसर के केबिन मे जाता है.... 

" केबिन मे"

एक आदमी जिसकी उम्र करीब 45-50 की होगी लेकिन दिखने मे एक दम जवान और उसका औरा ही अलग था.... वो अपनी वर्दी पहने टेबल पर बैठा मुस्कुरा रहा था..... उस ऑफिसर को मुस्कुराते देख अभय थोड़ा कन्फ्यूज हो जाता है... लेकिन हिम्मत करके केबिन के अंदर जाता है और उस सिनिएर ऑफिसर को सैल्यूट करता है... "जय हिंद सर".... वो ऑफिसर मुस्कुराते हुए जय हिंद कहता है! फिर अचानक कहता है

"जो आवाज़ तुम अभी सुन रहे हो वो यहाँ से कुछ मीटर की दूरी पर है.... तुम्हारी बहुत इच्छा थी ना ब्लैक बेंगलस से मिलने की. ..जाओ मिल के आओ"..... अभय अपनी हैरानी छुपाते हुए कहता है... " सर क्या सच मे एक लड़की इतने सारे काम कर सकती है मतलब इतने सारे लोगो को मारना और फिर गायब हो जाना"..... वो ऑफिसर मुस्कुराते हुए कहता है... "जाओ और जाके खुद देख लो"०

वो ऑफिसर अभय को देखता है और कहता है "पांच मिनट है तुम्हारे पास आगे तुम्हारी मर्ज़ी".... अभय जल्दी से वहाँ से निकलने लगता है तभी वो ऑफिसर अभय को आवाज़ लगाते हुए कहते हैं.... "ऑफिसर अपने साथ दो चार अपने साथी भी ले जाना" अभय जी सर कहकर निकल जाता है.... 

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"कराची एयरपोर्ट"

देवांश प्लेन मे बैठते हुए कहता है "दिल्ली चलो" ....देवांश के पास खुद का प्लेन था क्योंकी देवांश को इनतेज़ार करना पसंद नही..
...... पाईलेट जी सर कहता है और जेट उड़ा देता है..... देवांश अपना लेप टॉप खोल लेता है और अपना काम करने लगता है... देवांश कुछ देर काम करती है तभी वहाँ एक एयर होस्टेस आती है... 

"सर आप कुछ लेंगे".. वो एयर होस्टेस मुस्कुराते हुए कहती है... देवांश की नज़र उस एयर होस्टेस पर जाती है.. देवांश उसे देखता है तो देखते ही रह जाता है.....देवांश उसे ऊपर से नीचे तक देखता है.. और खिच कर अपनी गोद मे बिठा लेता हैं... 

और उसके कान मे कहता है... "मुझे तुम चाहिए वो भी अभी"... इतना कहकर देवांश उसे गोद मे उठा लेता हैं....वो एयर होस्टेस भी मना नही करती है.... आखीर करे भी कैसे देवांश इतना हैंडसम था की कोई भी उसपे फिदा हो जाए... 
 
देवांश उस एयर होस्टेस को अपने प्लेन मे बने रूम मे लाता है... और बेड पर पटक देता है.... कुछ पल उसे देखता है फिर अपना कोर्ट उतार देता हैं और शर्ट भी उतार कर वही फेक देता है.. और एयर होस्टेस के ऊपर आ जाता है.... और अपने हाथों से उसके पूरे बदन को छु रहा था... देवांश के छुने का तरीका बहुत अग्रसीव था... 

वो एयर होस्टेस जैसे हि देवांश के होठों पर अपने होठ रखने वाली होती है देवांश उसके होठों पर हाथ रख लेता है.... "नो बेबी ये जगह सिर्फ एक लड़की के लिए होगी जो सिर्फ देवांश की होगी"... इतना कहकर देवांश उसके अंदर समा जाता है..देवांश अपना पुरा ज़ोर आजमा रहा था..... लेकिन फिर भी एयर होस्टेस उसे बर्दास्त कर ले रही थी... एक घंटे बाद देवांश उसे छोड़ कर उठ जाता है अपने कपड़े पहनता है और पैसों की एक मोटी गडी उसके पास फेकते हुए कहता है .... "काफि एक्सपीरियंसड लगती हो".... ये तुम्हारा इनाम.. देवांश कमरे से बाहर आ जाता है.. और लेपटॉप मे अपना काम करने लगता है.... 

"जम्मू कश्मीर के डोडा इलाके मे"

वो लड़की सबको गोली मार देती है बस उस इंसान को छोड़ जिसने उसके साथ सोने वाली बात कही थी और फिलहाल दर्द मे तड़प रहा था.... वो लड़की उसे एक मुक्का मारती है जिससे वो आदमी सीधा ज़मीन पर गिरता हैं.... 

वो लड़की उसके दोनों पैरों को अलग कर पेड़ से बाँध देती है.... और उसके हाथों को पीछे पेड़ से बाँध देती है.... "बहुत शोख़ है ना तुझे लड़की के साथ सोने का"... फिर गुस्से मे दांत पीसती हुई कहती है.. "आज मै तुझे ऐसी मौत दूँगी एक जन्म छोड़, तु किसी भी जन्म मे किसी के भी साथ नही सो पाऐगा"

वो लड़की गन लेती है जिसका पीछे का हिस्सा बहुत मोटा होता है.. फिर एक नज़र उस आदमी को देखती है और बंदूक के पिछले हिस्से से ज़ोर से उसकी टांगो के बीच मारती है.... 

उस आदमी की दर्द भरी चिख पूरे जंगल मे फैल गई थी.... वो आदमी चीखते हुए कहता है "प्लीज मुझे जाने दो... मै कभी किसी भी औरत को उस नज़र से नही देखूँगा अपनी बीवी को भी नही"... वो लड़की एक बार और मारते हुए कहती है.... "मैंने माफ करना नही सज़ा देना सिखा है".. 

अचानक उस लड़की को कुछ आदमीओ के जूते की आवाज़ आने लगती है... वो समझ जाती है की ये इंडियन आर्मी के सोलजर हैं.. वो लड़की उस तरफ देखती है तो अभय कुछ और सोलजर्स के साथ वही आ रहा है..... वो लड़की अपना चहरा काले रंग के कपड़े से ढक लेती है... और उस आदमी को दुबारा मारने लगती.... अभय जब वहाँ पहुँचता है तो वहाँ का नज़ारा देख दंग रह जाता है... 

कोन है ये लड़की? कैसी लड़की की तलाश है देवांश को? क्या अभय जान पाऐगा उस लड़की के बारे मे? जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी कहानी ब्लैक बैंगल्स.... 

मिलते हैं अगले चेपटर मे तब तक खुश रहिए आबाद रहिए मुंबई रहिए या धनबाद रहिए... 

..,....... बाय बाय.......

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5 Comments

KALPANA SINHA

11-Aug-2023 10:51 AM

Very nice

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madhura

10-Aug-2023 02:59 PM

Very nice

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Varsha_Upadhyay

01-Feb-2023 07:13 PM

Nice 👍🏼

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