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देवांश के इंडिया आने की तैयारी

             ब्लैक बैंगल्स चैप्टर 2


             देवांश के इंडिया आने की तैयारी

अब तक आपने पढ़ा ज्योति देवांश की सारी इंफोर्मेशन देने के लिए केहती है वहीं देवांश ब्लैक बेंगल्स ने उसके आदमिओं को मारा है सोचकर गुस्से मे अपने सिकरेट रूम मे चला जाता है

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"अब आगे"

देवांश शीशे में अपना अक्स निहारते हुए कहता है "तुम गलत इंसान से उलझ गई हो.....जिस दिन तुम मेरे हाथ लग गई!.....उस दिन मैं तुम्हारे साथ क्या करूंगा तुम सोच भी नहीं सकती हो".......और पागलों की तरह हंसने लगता है

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"दिल्ली"

"आर्मी हेड क्वार्टर"

विक्रम सिंह थोड़ा शांत लहजे में कहते हैं "यहां जितने भी ऑफिसर है वह सारे ऑफिसर हमारे भरोसेमंद है.....उसके बाद भी तुम अपना प्लेन किसी से भी डिस्कस नहीं करना चाहती हो....क्या मैं इसकी वजह जान सकता हूं"
ज्योति अपने हाथ पीछे बांधे हुए कहती हैं यहां बात भरोसे की नहीं है..... अगर मैं अपना प्लेन किसी से भी डिस्कस करती हूं......तो पहली चीज "उसकी जान पर बनाएगी?.....और दूसरी चीज यहां बैठा कोई भी ऑफिसर.....भगवान ना करें ऐसे सिचुएशन मैं फस जाए! जिससे उसका निकलना आसान ना हो और वह इतनी हिम्मत ना रख पाए तो मेरा प्लेन मेरे दुश्मन तक पहुंच जाएगा! और यहां बात देवांश कि है! 
"वह देवांश जिसकी क्रूरता की कोई हद नहीं है.....वह एक इंसान को किस हद तक बर्बाद कर सकता है....यह आप से बेहतर कोई नहीं जानता" 
 और फिर ज्योति खामोश हो जाती है तभी कैप्टन आर्या मिश्रा कहते हैं "आपको ऐसा क्यों लगता है की यहां बैठे हर ऑफिसर में आप सबसे ज्यादा स्ट्रांग है.....जो कभी टूटेंगी नहीं" 

ज्योति मुस्कुरा कर कहती है "मैंने जो कहा वह आप शायद समझ नहीं पाए कैप्टन मिश्रा.....आप नहीं समझे वह बात अलग है......लेकिन आप मेरी काबिलियत पर इस तरह सवाल नहीं उठा सकते!......बात बस इतनी सी है ,अगर यह प्लान कहीं भी , कभी भी, पब्लिक होता है या फिर इसकी जानकारी हमारे दुश्मनों तक पहुंचती है तो इसकी जिम्मेदार सिर्फ मैं रहूंगी!,....इस प्लेन से किसी भी सोल्जर का कोई लेना देना नहीं होगा!......एक तरह से देखा जाए तो ,आप सब सुरक्षित रहेंगे और वैसे भी इंडियन आर्मी के रूल्स के अकॉर्डिंग.......मैं किसी भी मिशन की जानकारी सिर्फ 3 लोगों के पास हो सकती है....इंडिया के जनरल के एम करिअप्पा, और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर विक्रम सिंह, और इंडिया के प्रेसिडेंट....इससे ज्यादा मैं अपनी जानकारी किसी को भी देने के लिए बाध्य नहीं हूं"

विक्रम सिंह ज्योति को बहुत ध्यान से देख रहे थे फिर उन्होंने कहा-
"ठीक है तो आप अपनी इंफॉर्मेशन शेयर कर सकती है"
ज्योति मीटिंग रूम में बने प्रोजेक्टर के सामने खड़ी हो जाती है जिस पर देवांश की फोटो लगी थी उस तस्वीर को देख सब दंग रह जाते हैं

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"कराची में"

देवांश अपने ड्र?ड्राइवर से कहता है "नॉर्थ नजीमाबाद चलो"

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"दिल्ली" 

"आर्मी हेडक्वार्टर"

इस तस्वीर मे देवांश गन लिए खडा था और उसके सामने आर्मी का एक सोल्जर था ज्योति बताना शुरू कर देती है.... "ये है देवांश की रियल पिक!......इस सोल्जर की ये गलती थी की इसने उसे......यानी देवांश को रोकने की कोशिश की! और देवांश खुद को आग कहता है जिसे रोकने की कोशिश करने वाला इंसान जल कर रख हो जाए......पाकिस्तान के कराची मे इसका एक बंगला है देवांश किसी भी इंसान को मारने के बाद उसकी बीवी या बेटी को उठवा लेता है और अपने कराची के इसी घर मे उनके साथ जबरदस्ती करता है!.... दुनिया मे सबको यही लगता है की ये जबरदस्ती करने के बाद उन औरतों को मार देता है लेकिन सच तो ये है की! वह उन औरातों की प्लास्टिक सर्जरी करवाता है और उन्हें अलग-अलग नामों से अलग-अलग पहचान के साथ दुबई बेच देता है.......उसके बाद उन औरतों के साथ क्या होता है यह कोई नहीं जानता, लेकिन मेरी रिसर्च के मुताबिक उन औरातों को जिस्म के धंधे मे धकेल दिया जाता है! और उन्हे बच्चे पैदा करने की मशीन की तरह ट्रीट किया जाता है ये तो बात हुई उसके एक धंधे की!... दूसरा काम उसका बॉडी पार्ट्स सप्लाई करने का है!... इंडिया पाकिस्तान या किसी भी अदर कंट्री से जीतने भी सोलजऱस या बिजनेसमैन या कोई भी बड़ा आदमी जो देवांश को रोकने की कोशिश करे वो उसके पुरे परिवार को गायब करवा देता है और उनके शरीर के पार्ट्स निकालकर उनकी समग्लिंग करता है! 
 दुनिया मे उससे बड़ा समग्लर कोई नही हो सकता कहा जाए तो समग्लिंग की दुनिया का गॉड है... लेकिन उसकी एक बात सबसे अलग है जो कोई नही जानता! उसने कभी आज तक किसी भी सिम्पल लड़की को नही मारा..... ना ही उन्हे बर्बाद किया है... इससे ज़ादा मुझे भी नही मालूम है"

मीटिंग रूम की लाइट्स जलती हैं सब खामोश थे.. के एम करियप्पा ज्योति की तरफ देखते हुए कहते है.... 
"तुम्हें इतनी सारी इंफॉर्मेशन कहां से मिली"..ज्योति एक सरकास्टिक स्माइल के साथ कहती है "मेरे भी अपने सोर्स है,

"हर बार सोर्स की इंफॉर्मेशन सही नहीं होती है"......इस बार अरमान सिंह शेखावत ने कहा 
ज्योति अरमान को देखते हुए केहती है- "आपका कहना सही है मिस्टर अरमान ,लेकिन सोर्स की इंफॉर्मेशन के बाद भी मैंने खुद भी बहुत सी रिसर्च की है.....और मेरी रिसर्च के अकॉर्डिंग"
ज्योति फिर कुछ सोचते हुए केहती है "अगले 10 दिन के अंदर देवांश इंडिया आएगा! क्योंकि इंडिया में उसकी एक बहुत इंपॉर्टेंट डील है लेकिन यह उसकी आखरी डील होगी!... ..जो वह इंडिया में करेगा इस डील के बाद ,उसकी जिंदगी पूरी तरीके से बदल जाएगी"

विक्रम सिंह जो बहुत देर से ज्योति को बहुत ध्यान से देख रहे थे वह कहते हैं "यह नाराजगी प्रोफेशनल नहीं लगती!....काफी समय से इस पर रिसर्च कर रही हो तुम"

"5 साल पूरे 5 साल से रिसर्च कर रही हूं"....ज्योति बिकरम सिंघ की बात खतम होते ही झट से कहती है! 

विक्रम सिंह उठते हुए कहते हैं "ठीक है अगर तुम इस मिशन के लिए इतनी ही डेडीकेटेड हो तो मैं तुम्हारे साथ हूं......मैं प्रेसिडेंट से इस बारे में डिसकस करूंगा"
 तभी मिताली राज कहती हैं "लेकिन इसकी क्या गारंटी है कि मिस ज्योति देवांश के मोहब्बत में नहीं पड़ेगी"

उसका इतना कहना था कि सबकी नजरें ज्योति पर टिक जाती है 
हां यह सच था कि ऐसा हो सकता था! क्योंकि देवांश एक परफेक्ट इंसान था जिससे किसी को भी मोहब्बत हो जाए!.....ज्योति एक नजर मिताली को देखती है फिर कहती है "मोहब्बत यूं ही हर किसी से नहीं हो जाती और अगर हो भी जाए तो मेरी नफरत और मेरे बदले को बदल नहीं पाएगी, इसलिए आप बेफिक्र रहें"

 काव्या कंसर्न दिखाते हुए कहती है "लेकिन ऐसी मोहब्बत जिसका अंजाम तुम जानती हो.....और अगर हो गई तो"

 ज्योति कुछ नहीं कहती है और विक्रम सिंह को देखते हुए कहती है "आगे जो भी फैसला लेना है वह आप ले सकते हैं!.......मेरे पास जितनी भी इंफॉर्मेशन थी मैं आपको सब दे चुकी हूं"
  
फिर अपनी घड़ी देखती है और कहती है "मेरी ड्यूटी का टाइम हो गया है अगर आपकी इजाजत हो तो".
विक्रम सिंघ हाँ मे सर हिला देते है! ज्योति वहां से निकल जाती है विक्रम सिंह
मीटिंग रूम में मौजूद हर इंसान को देखते हैं और मीटिंग ओवर कहकर वहां से निकल जाते हैं उनके जाते ही आर्या मिश्रा वहां से भागते हुए निकल जाता है!
आर्या जब बाहर आता है तो दिखता है ज्योति किसी से फोन पर बात कर रही थी आर्या वही खड़ा उसे देखने लगता .......ज्योति जैसे ही फोन रखती है आर्या उसके पास जाता है और कहता है .,..."तुमने जवाब नहीं दिया अभी तक" ज्योति अपना फोन देखते हुए कहती है "मेरा जवाब तुम जानते हो, अगर तुम्हें फिर भी मेरे मुंह से सुनना है तो तुम्हें क्लियर बता दूं, मैं तुममें बिल्कुल इंटरेस्टेड नहीं हूं"

और वह वहां से जाने लगती है आर्या उसका रास्ता रोकते हुए कहता है "आखिर मुझ में प्रॉब्लम क्या है? अच्छी पर्सनालिटी है, अच्छा काम करता हूँ....दिखता भी अच्छा हूं फिर भी तुम्हें प्रॉब्लम है.....आखिर कमी क्या है वो तो बताओ" 

ज्योति आर्या को घूरते हुए केहती है "क्योंकि आपको मेरा रंग रूप मेरे काम से प्यार है, आपका प्यार कंडीशन का मोहताज है... अब आप समझ गए तो प्लिज मेरा रास्ता छोड़ दीजिये"

"तुम्हारा करीब आना
इस दिल का धड़क जाना

बस एक काशमश रही हमेशा
तेरा करीब आकर वापस चले जाना"


क्या करने वाली है ज्योति? क्या आर्या ज्योति को समझा पायेगा? क्या ज्योति को ये मिशन मिलेगा? आखीर ज्योति का मिशन क्या है? क्या मिताली राज की बात सच होगी ? क्या ज्योति देवांश की मोहब्बत मे पड़ सकती है

जानने के लिए पढ़ते रहिये मेरी कहानी ब्लेक बेंगलस मिलते हैं अगले चेप्टर मे तब तक के लिए

...... बाय बाय...... 


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5 Comments

KALPANA SINHA

11-Aug-2023 10:49 AM

Very nice

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madhura

10-Aug-2023 02:56 PM

Very nice

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अदिति झा

26-Jan-2023 08:09 PM

Nice

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