Simran Ansari

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सावन की बूंदे

कुछ इस तरह बरसती देखो


सावन की यह बूंदे,

समझ ना पाए लेकिन हम

आखिर इनमें क्या ढूंढे;

याद दिलाती बहुत कुछ

दे जाती एहसास ठंडक सा

सावन के मौसम में

बन कर एक ही याद तेरी

रह जाती है साथ मेरे,

तरसते दिलों पर सुकून सा

यह मौसम सावन का

दे जाता कुछ एहसास यूं

बनकर तेरे नाम सा....


Simrana

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3 Comments

बहुत खूब 👌👌

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Niraj Pandey

04-Aug-2021 08:42 AM

बहुत खूब👌

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Aliya khan

04-Aug-2021 07:48 AM

Behtareen

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