Simran Ansari

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पहली मुलाकात (हास्य रस) प्रतियोगिता हेतु

एक दिन की बात थी,

जोरदार बरसात थी,
उससे मेरी होने वाली,
पहली मुलाकात थी।

मैंने बड़े थे तप किए, 
 उसके लिए जप भी थे किए, 
मन्नत भी बड़ी मांगी थी,
लिए संकल्प घनेरे थे।

जब उससे मुलाकात हुई,
एक अनोखी बात हुई,
मेरे जीवन में आने वाली,
 वो सबसे भयंकर रात हुई। 

उसने मुझे बुलाया था, 
घर का पता बताया था,
उसके घर  पहुंचने पर, 
बड़ा ताला लगा पाया था।

मुझे घर बुलाकर उसने,
मेरी सखी को फंसाया था,
मेरे ही घर पर उसने,
अच्छा उत्पात मचाया था।

उसके बाद हुआ था गायब, 
ले कर मेरी सखी को साथ, 
सब मुझसे थे पूछ रहे,
कैसी रही पहली मुलाकात।



प्रतियोगिता हेतु!

सिमरन

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4 Comments

Niraj Pandey

09-Jul-2021 09:40 PM

वाह👌

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Are Ram re Ram!! Eii to gajab hoi gva😂😂🤭🤭

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Nitish bhardwaj

09-Jul-2021 09:23 PM

वाह बहुत खूब

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