Simran Ansari

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Exposed part : 1








"हां , वहां कहां पर हो तुम रोहित..... रोहित..." - किसी लड़की की लगभग चिल्लाते हुए आवाज रही थी,

 "मैं यहीं पर हूं और बाकी सब कहां है?"- रोहित ने उस लड़की का हाथ पकड़ते हुए कहा - "किसी और की आवाज क्यों नहीं आ रही?"

"पता नहीं" - उस लड़के ने लड़की के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा

"अच्छा रुको अवनी; मैं देखता हूं!" - इतना बोल कर उस लड़के ने अपने मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाई, तो उस रोशनी में एक लड़का और एक लड़की के अलावा जमीन पर बेहोश पड़े हुए तीन और लोगों के चेहरे धुंधले से नज़र आएं।

मोबाइल की फ्लैश लाइट की रोशनी में बस इतना समझ आ रहा था कि उस अंधेरे से कमरे में 2 लड़कियां और 3 लड़के कुल 5 लोग हैं।

            बाकी अपने तीन साथियों को इस तरह बेहोश पड़ा देखकर अपनी घबराकर रोहित की ओर देख कर बोली- "क्या हुआ इन तीनों को? इन्हें अभी तक होश क्यों नहीं आया? हम दोनों को तो आ गया, रोहित.... प्लीज देखो ना मुझे बहुत घबराहट हो रही है!"

"रिलैक्स अवनी! रिलैक्स.. डोंट पैनिक, देखता हूं मैं" - कहकर रोहित ने अपने मोबाइल का फ्लैश लाइट जलता हुआ अवनी को पकड़ाया और खुद जमीन पर बैठकर दोनों लड़कों को नाम लेकर होश में लाने की कोशिश करने लगा।

"विशाल उठो... विशाल... विशाल... होश में आओ, कबीर.... कबीर..." - रोहित ऐसा बोल कर उन्हें होश में लाने की कोशिश कर रहा था।

"रागिनी.... रागिनी... उठो ना प्लीज!" - अवनी भी लगभग रोते हुए उस ज़मीन पर बेहोश पड़ी लड़की को होश में लाने की कोशिश कर रही थी।

"अवनी देखो जरा; यहां पर कहीं पानी की कोई बोतल या कुछ लिक्विड सामान हो, जिसे इनके चेहरे पर डालकर शायद इन्हें होश में लाया जा सके;" - रोहित ने अवनी से कहा

"अच्छा ठीक है, देखती हूं;"- इतना कहकर अवनी फ़्लैश की रोशनी में इधर-उधर कुछ ढूंढने में लग जाती है, तभी उसे एक खाली पुरानी बोतल पड़ी हुई मिलती है; जिसमें बिल्कुल थोड़ा सा पानी है, वह दौड़कर रोहित के पास उसे लेकर आती है और कहती है - "यही मिला बस।"

रोहित जल्दी से उसके हाथ से पानी की बोतल ले लेता है, और हाथ में लेकर पानी की छींटे उन तीनों के मुंह पर डालता है, तभी उनमें से एक लड़के को होश आने लगता है....

होश में आते ही वह बोलता है - "वेयर द हेल आर वी? हम लोग कहां है रोहित?"

तभी अवनी कहती है - "थैंक गॉड कबीर! तुम्हें होश आ गया" और फिर एक एक करके बाकी दो लोग भी होश में आ जाते हैं।

रोहित उस लड़के की बात का जवाब देते हुए कहता है- "पता नहीं, हम लोग कहां हैं कबीर? मैं तो कहता हूं, भगवान का शुक्र अदा करो कि कम से कम जिंदा तो हैं।"

रागिनी होश में आते ही पास बैठे कबीर के गले लग जाती है और घबराते हुए कहती है - "मुझे बहुत डर लग रहा है कबीर! हम सब कहां हैं?'

कबीर रागिनी का हाथ पकड़ कर उसे समझाते हुए कहता है - "डोंट पैनिक यार! मैं हूं ना तुम्हारे साथ; मैं तुम्हें कुछ नहीं होने दूंगा और वापस उसे गले से लगा लेता है।"

विशाल होश में आते ही गुस्से में चिल्लाते हुए कहता है - रोहित भैया! यह सब उन्ही लोगों का किया धरा है; उन्हें तो मैं छोडूंगा नहीं!"

"हां, बिल्कुल उन्हें तो सबक सिखाना ही पड़ेगा" - रोहित और कबीर एक दूसरे की तरफ देखते हुए एक स्वर में बोलते हैं!

 "लेकिन पहले हमें यहां से निकलना होगा" विशाल बोला

"पहले पता तो चले कि हम हैं कहां"- कबीर ने कहा

 "एक तो यहां इतना अंधेरा है और रोहित के अलावा बाकी सब के मोबाइल फोन की उन लोगों ने हमें यहां बंद करने से पहले ही निकाल लिए।" - अवनी ने कहा

"शिट यार! वेयर द हेल आर वी स्टक?" - विशाल गुस्से में जमीन पर पैर पटकते हुए बोलता है......


24 घंटे पहले......



विशाल और अवनी, अपने घर में अवनी के कमरे में बैठकर कुछ बातचीत कर रहे हैं; तभी अचानक रोहित कमरे में आ जाता है तो वह दोनों उसे देखकर बिल्कुल चुप हो जाते हैं और बात का टॉपिक चेंज करने लगते हैं; और इस तरह से रिएक्ट करते हैं, जैसे कि उनकी कोई चोरी पकड़ ली गई हो।

"क्या हुआ भाई ? क्या बात कर रहे थे जो मुझे देख कर चुप हो गए तुम दोनों" - रोहित ने सवालिया अंदाज में पूछा

"नहीं... नहीं... कुछ नहीं, बस मैं तो जा ही रहा था ठीक है भाभी मै चलता हूं , बाद में बात करते हैं।" - विशाल कमरे से बाहर जाता हुआ बोलता है

"हम्म, सी यू लेटर! विशाल" - अवनी विशाल की बात का रिप्लाई करते हुए बोलती है

रोहित उन दोनों को ही बहुत अच्छी तरह से जानता है कि वह दोनों अक्सर मिलकर उसकी टांग खिंचाई करते रहते हैं; इसलिए वह इस बात पर ज्यादा ध्यान दिए बिना ही अपने कपड़े लेकर वॉशरूम में चला जाता है।

रोहित के वॉशरूम में जाते ही, अवनी भाग कर कमरे से बाहर आ जाती है और विशाल को आवाज देकर रोकती है।

"हां, भाभी क्या हुआ भैया चले गए क्या ?" - विशाल सवाल करता है

"अरे नहीं! वॉशरूम में हैं, सुनो अच्छा; सारी प्रिपरेशंस हो गई है ना रोहित की बर्थडे पार्टी की?" - अवनी ने विशाल से पूछा

"हां भाभी, सारी तैयारियां हो गई हैं, मैंने क्लब और पार्टी हॉल बुक कर लिया है; केक का भी ऑर्डर दे दिया है और सारे गेस्ट को इनविटेशन भी भिजवा दिया है, आप सिर्फ दो तीन लोगों को कॉल करके पर्सनली इनवाइट कर लेना; बाकी सब तो मैं देख लूंगा!" - विशाल ने कहा

"अच्छा ठीक है; वो मैं कर लूंगी, तुम अब जाओ, नहीं तो रोहित आ गए तो सारा सरप्राइस बर्बाद हो जाएगा" - अवनी बोली

"ठीक है भाभी" - इतना कहकर विशाल वहां से चला गया

अवनी वापस अपने कमरे में आ गई और बालकनी में जाकर किसी को कॉल करने लगी.....

जैसे ही उस तरफ से कॉल रिसीव हुआ ; अवनी ने कहा - "हैलो रागिनी! तु और कबीर आ रहे हैं ना? रोहित की बर्थडे पार्टी के लिए!"

"हां यार! इनविटेशन कार्ड मिल गया है, थैंक्स तूने पर्सनली इनवाइट किया, हम दोनों जरूर आएंगे" - रागिनी ने जवाब दिया

"हां यार; एक बात और वह सरप्राइज बर्थडे पार्टी है ना; तो तुम या कबीर कोई भी रोहित को पहले से विश मत कर देना, ओके!" - अवनी ने कहा


"हां.... हां.... मैं समझ गई, यार!" - रागिनी बोली

"ओके टेक केयर, बाय! मीट यू इन क्लब एट नाइट" - अवनी ने कहा

"ओके बाय!" - रागिनी ने इतना कहकर फोन काट दिया

इसके बाद अवनी ने अपनी बहन मीरा को कॉल लगाया:

जैसे ही कॉल रिसीव हुआ उधर से आवाज आई - "हैलो अवनी दीदी !! ऑल गुड?"

"आई एम फाइन! तू बता तेरा कॉलेज कैसे चल रहा है?" - अवनी ने पूछा

 "सब बढ़िया दीदी, आप बताओ कोई काम था क्या?" मीरा ने अवनी से पूछा

"तुझे कहा याद रहेगा बहुत बड़ी कॉलेज लीडर बन गई है ना, रोहित का बर्थडे है कल; तो आज रात क्लब में पार्टी है तुझे उसी के लिए इनवाइट करने के लिए कॉल किया है।" - अवनी ने कहा

"आई एम सो सॉरी दीदी, मैं भूल गई; मेरी तरफ से जीजू को विश कर देना, मैं शायद आ नहीं पाऊंगी रात को पार्टी में क्योंकि मुझे कल सुबह जल्दी कॉलेज जाना है! वहां स्टूडेंट प्रोटेस्ट कर रहे हैं, तो उन्हें लीड करना है" - मीरा ने मना करते हुए कहा

तो इस पर अवनी थोड़ा गुस्सा करते हुए बोली - "मैं कोई बहाना नहीं सुनूंगी, तुझे आना है बस और अगर ऐसा ही है, तो तू जल्दी चली जाना, तब तो ठीक रहेगा ना।"

"ओके दी, आई विल ट्राय फॉर यू एंड जीजू‌" - मीरा ने कहा

"हम्म डेट्स गुड!" - अवनी खुश होते हुए बोली

तभी पीछे से किसी ने अवनी के कंधे पर हाथ रखा तो वह चौक कर पीछे मुड़ी और बोली - "कौन है?"

"ओ गॉड रोहित! तुम, तुमने तो मुझे डरा दिया था" - अवनी बोली

उसे घबराया हुआ देखकर रोहित हंसते हुए बोला - "चलो खैर कभी तो डरी तुम मुझसे; अच्छा किस से बात कर रही थी?" रोहित ने अवनी से पूछा 

"हां, वह मीरा का कॉल था।" -अवनी ने जवाब दिया

"अच्छा, तो क्या कह रही थी साली साहिबा?" - रोहित ने पूछा

कुछ खास नहीं, बस हाल-चाल पूछने के लिए किया था और इतना कहकर अवनी ने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया!

और फिर कुछ देर वो दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़े यूं ही बालकनी में खड़े रहे और कुछ देर बाद अवनी बोली - "रोहित तुम्हें याद है ना, आज क्या है?" 

रोहित खुश होता हुआ अवनी की तरफ देख कर बोला - "हां, मुझे तो याद है मैं सोच रहा था कि तुम भूल गई वैसे आज नहीं कल है!"

"अरे नहीं, मुझे बिल्कुल ठीक तरह से याद है आज रात 10:00 बजे आपकी एक इंपॉर्टेंट बिजनेस मीटिंग है; तो हमें वही जाना है!" - अवनी ने बनावटी गंभीर भाव लाते हुए कहा और दूसरी तरफ चेहरा करके मुस्कुराने लगी....


रोहित थोड़ा निराश होते हुए बोला - "हां याद है, ठीक है, मैं तैयार होने जाता हूं!"


इतना कहकर रोहित वापस कमरे में चला गया और अवनी थोड़ी देर वहीं खड़ी मुस्कुराती रही।





क्रमशः


सिमरन



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19 Comments

Babita patel

20-Jan-2023 03:14 PM

beautiful story

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Seema Priyadarshini sahay

08-Dec-2021 08:54 PM

बहुत सुंदर शुरुआत मैम👌👌👌👌

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Hayati ansari

29-Nov-2021 08:50 AM

Very nice

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