लाइब्रेरी में जोड़ें

माय आर्मी लव ♥️ ए स्पाई लव स्टोरी.....(भाग - 1)

भाग - 1

कश्मीर......
सुंदर वादियों का शहर...इसकी खूबसूरती की कोई मिशाल नही। पर कहते है न.. जो चीज ज्यादा खूबसूरत होती है उसमे उतना ही दर्द छुपा होता है। आए दिन इस प्यारे शहर पर आतंकियों का हमला,,,जिससे वहा के लोगो का जीना मुश्किल हो जाता है। पर तब भी वो वहा रहते है क्युकी वहा कोई ऐसा है जिसके होते हुए किसी को कुछ नही हो सकता " हमारे इंडियन आर्मी"
-----
आर्मी कैंप..... 
जहां हलचल मची थी क्योंकि आज सबको इक्कठे बुलाया गया था इमरजेंसी मीटिंग के लिए।
आर्मी चीफ सबको संबोधित करते हुए - जवानों...आपको यहां बुलाने का मकसद बहुत जरूरी है। पिछले कुछ दिनो से घाटी में आतंकीयो का हमला और चहल पहल कुछ ज्यादा ही फैल गई है। हमे और सतर्क रहने की जरूरत है। आप लोग घटियो में निगरानी बढ़ा दीजिए,,, और देश के लिए मर मिटने का जज्बा तैयार कर लीजिए।
सभी एक साथ - यस चीफ
और सभी जाने लगते है। तभी आर्मी चीफ उन सबके बीच से दो लोगो को बुलाते है।
और दोनो उनके साथ केबिन में जाते है।
आर्मी चीफ - कैप्टन प्रविष्ठ शर्मा  और कैप्टन नवनीत सिंह 
दोनो - यस सर......
आर्मी चीफ - बाहर तो सबको ड्यूटी दे दिया,,पर तुम लोगो की अलग ड्यूटी होगी
नवनीत दोनो हाथ में मशीन गन निकाल - किसको ठोकना है सर??? आप बस ऑर्डर दो
प्रविष्ट - शांत नवू शांत
आर्मी चीफ - तुम्हारा ठुकाई देख तो सभी आतंकी ऐसे ही खौफ खाते है। लेकिन एक मिशन पर जाना है तुम लोगो को। पूरे शहर में कही छुपा है वो आतंकवादी । सूत्रों से पता चला है वो किसी घर में छिपा है और जल्द ही ब्लास्ट करने की तैयारी कर रहा। तुम लोगो को कुछ भी करके उसे पकड़ना है पर जिंदा,,,ताकि उससे और भी चीजे उगलवा सके। 
नवनीत - यस सर अभी ठोक के आया,,,घुस के मारूंगा घर में
प्रविष्ट - चुप हो जा भाई 
आर्मी चीफ - तुम दोनो की काबिलियत पर पूरा भरोसा है इसीलिए तुम्हे चुना इन चार लोगो के सिक्रेट मिशन पर। 
प्रविष्ट - बट सर हम तो दो ?
आर्मी चीफ - तुम दोनो के आलावा दो और मेजर आ रहे। कैप्टन सुमेध शेखावत और कैप्टन आलोक तिवारी 
तभी ऑफिस में दो लंबे चौड़े आदमी आते है।और सैल्युट करते है । 
आर्मी चीफ - वेलकम माय बॉय.......
प्रविष्ट बुलंद आवाज में - सर आपने बताया नही ये आपके बेटे है?
आर्मी चीफ - बस बेटा,, यहां तो आराम से बात कर सकता है। कान के परदे सही है मेरे
प्रविष्ठ - ओके सर
आर्मी चीफ - आलोक किसी भी खुफिया मिशन के लिए सबसे काबिल जवान। और सुमेध काबिल तो है साथ में हैकिंग एक्सपर्ट ।  और ( प्रविष्ट और नवनीत की ओर इशारा कर) प्रविष्ठ बेस्ट बम डिस्फ्यूजर और नवनीत वेपन स्पेशलिस्ट शार्प शूटर जिसका निशाना कभी नही चुकता।
चारो एक दूसरे से हाथ मिलाते है और एक दूसरे की आंखो में देखते है।
आर्मी चीफ - अब तुम लोग जाओ,,,और हा चारो का कमरा साथ मे है। 
चारो बाहर आते है और सुमेध और आलोक अपना समान लिए रूम में पहुंचते है।
आलोक नवनीत का बैग देखते हुए - तुम लोग कपड़े भी लाए हो क्या? सब वेपन ही है
नवनीत - कंधे पर बैग देख रहे कपड़े है ।और बड़े वाले 
में वेपंस,,,क्युकी कपड़ो के बिना रह लूंगा पर वेपंस के बिना नही।
सभी - क्या??? तब हमारे साथ रहने की कोई जरूरत नही
नवनीत - सालो.... घटिया मानसिकता के इंसान... अरे एक कपड़े पहना हू न इसमें पूरी जिंदगी गुजार दूंगा,,पर वेपन के बिना नही
प्रविष्ठ बुलंद आवाज में- ओके....
सुमेध - तुम बम डिफ्यूज करते हो न?? पहले खुद के मुंह का बम डिफ्यूज करो,,,तुम्हारी आवाज से सामने वाले के कान से खून निकल जाए 
सभी अपना सामान आलमारी में रखने लगते है।
और फिर रात में बैठ मिशन के बारे में बात करने लगते है। 
आलोक मैप देखते हुए -  अगर ये इधर बीच ये  यहां दिखा  किया  मतलब 
प्रविष्ठ - हमला करेगा यहां?
आलोक - नही....अगर इसे हमला करना होता तो कर देता,,और ये इतना छुपने में माहिर इंसान इतनी आसानी से कैसे दिखा?? मतलब ये उसकी साजिश है कि सबका ध्यान इस एरिया में हो और वो कही और हमला करे....
सुमेध - पहले पता लगाना होगा कि ये किस एरिया,,और किस घर में छिपा है? 
नवनीत - बस खोजो जल्दी.... मुझे ठोकना है
आलोक - ठोकू महाराज.... शांत ।
प्रविष्ठ - अगर सबके घर के फोन कॉल्स का ब्यौरा ले,,,और पता लगाए उधर बीच कौन क्या बात किया? या किसके घर का फोन कई दिन से बंद है
नवनीत - लेकिन इतनी जल्दी करेगा कौन?
आलोक मुस्कुराते हुए - कैप्टन सुमेध शेखावत.....
सुमेध तिरछी मुसकान देता है........
------------ 
ये मेरी पहली बार आर्मी और सस्पेंस एक्शन टाइप स्टोरी है। आशा है सबको पसंद आयेगा। और एक मेरी बहुत अजीब आदत हर सीन में फनी डायलॉग आ जाता है😅😅😅😅
अब आप लोगो को लाइन से पार्ट मिलता रहेगा🙏😊

   32
20 Comments

Sachin dev

15-Apr-2022 03:03 PM

Very nice

Reply

देविका रॉय

28-Jan-2022 11:17 PM

Bahut badhiya...

Reply

सिया पंडित

02-Jan-2022 10:51 AM

Gajab

Reply