बंधन
जाने क्यों तू बैठे सोचे
गिद्ध आगे खड़ा हो नोचे
सुन ले अब तू सबका क्रंदन
तोड़ें विचलित करते बंधन
फैल रहा है तिमिर घनेरा
मुश्किलें सभी डालें डेरा
क्यों नहीं उठता हिय में शूल
बन शिव ले अभी हस्त त्रिशूल
पापाचार व्याप्त चहुं ओर
देखें आज सब तेरी ओर
रक्षण का अब प्रण तू निभाना
शीश कटे, ना कदम हटाना
हर किसी को है तुझ पर आस
मत तोड़ना किसी का विश्वास
रणभूमि में ले भर हुंकार
कर दे पापियों का संहार
🖋️ रवि गोयल
Swati chourasia
10-Nov-2021 01:25 PM
Very beautiful 👌👌
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ऋषभ दिव्येन्द्र
31-Oct-2021 01:10 PM
जबरदस्त 👌👌
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Angela
31-Oct-2021 11:04 AM
Good👍
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