Shpra a love story
𝚂𝚑𝚊𝚗𝚒 𝚛𝚊𝚓 𝚜𝚝𝚘𝚛𝚢 𝚙𝚛𝚎𝚜𝚎𝚗𝚝𝚜
=🇸 🇭 🇵 🇷 🇦 𝗔 𝗟𝗢𝗩𝗘 𝗦𝗧𝗢𝗥𝗬 =
(शहप्रा )
[ये कहानी किसी भी व्यक्ति से संबंधित नहीं है इस कहानी मे बताये गए सभी घटनाये, निजी सोच, जैसे रीती रिवाज़ और समाज मे हो रहे हर एक गलत कार्य का मै विरोध करता हूँ और चल रहे अपराध और गंदी सोच को रोकने का प्रयास करता हूँ इस कहानी मे रीती रिवाज जोकि इंसान की निजी सोच ह उसके लिए मै शमायर्थी हूँ ]
𝕊𝕙𝕒𝕟𝕚 𝕣𝕒𝕛
मै यहां पर ये नहीं बता रहा हूँ की हम कैसे मिले लेकिन हमारा मिलना किसी भगवान को मिलने से कम नहीं है और आज हमें काफ़ी दिन हो चुके है…
तेरे जीवन मे मै
एक नई बाहर लाया हूँ
दुख सारे लेकर मै
खुशियाँ हज़ार लाया हूँ
मीठे मीठे प्यारे प्यारे
सपनो की सौगात लाया हूँ
तेरे जीवन मे
मै खुशियाँ हज़ार लाया हूँ
जो दुख मिले अगर तुझे कोई
उन दुखो को अपना बनाने आया हूँ
तेरे नसीब मे,
मै सुखो की चादर बिछाने आया हूँ
हमारे देश मे कुछ ऐसे रीती रिवाज़ बनाये हुए है जिनका कोई काम नहीं है लेकिन लोगो का मानना ये है की जो इन रोटी रिवाजो को नहीं मानते वो अच्छे घर से नहीं होते मेरे घर मे मुझे छोड़कर सब बहुत ज़्यदा मानते है तो अगर मे नहीं मान रहा तो इसमे घर अच्छा कैसे नहीं है….
मै उन्हें इन रीती रिवाजो का अपने मायनो मे अर्थ समँझता रहता हूँ…..
क्या करू तेरे लिए तू मेरा यार है
तुझसे ही है दुनिया मेरी
तू ही मेरा प्यार है,
नहीं है अब जरूरत
किसी को देखने की मुझे
तू बेमिशाल है
तू ही है जन्नत मेरी
तू ही मेरा संसार है
मिल जाऊ पानी मे तैरकर तुझे
तू नदी के उस पार है
लिखूं तुझे सदा मै
तू मेरी शायरी का सार है
बता क्या करू तेरे लिए
तू मेरा यार है
उन्ही मे से एक रिवाज़ है हमारे यहां का काफ़ी मशहूर है…
की बहु को घूँघट मे रहना है ससुर या फिर जेठ मुँह ना देख ले बहु इस रीती रिवाज़ को सदिओं से निभाती आ रही है….
उनका ये भी मानना है की बहु हमारी पसंद से आएगी मतलब तो साफ हुआ ना की लड़के से पहले तो बहु को उन्होंने ही देख लिया बाद मे घूँघट कराते है जैसे कभी देखी ही नही हो
इतना ही नहीं….
बहु को लक्ष्मी का रूप देते है ये लोग और फिर अगर वो लक्ष्मी इनके पैर नहीं छुए तो उसके चरित्र तक पर सवाल उठा देते है यहां पर मै ये समँझ नहीं पा रहा हूँ की लक्ष्मी को फिर भगवान मानते ही क्यों है ये लोग क्योंकि भगवान पैर नहीं छूते है….
अक्सर प्यार मे कुछ भी छुपाया नहीं जाता लेकिन उससे मै हर चीज जानना चाहता हूँ और अपनी बताना चाहता हूँ क्योंकि प्यार का मतलब खुशी से है की हम उसके साथ ख़ुश है और वो हमारे साथ ख़ुश है
गम हो कुछ भी मुझे बताया कर
बहुत कीमती होते है ये,
तू ना आंसू बहाया कर…..
तङप उठता हूँ तुझे रोते देख मै.
तू सदा मुस्कुराया कर….
समँझते है हम तुझे अपना
तू भी मुझे पराया मत कर…
नींद आती नहीं है मुझे आजकल
तू मेरे सपनो मे आया कर
मना लू तुझे हर हाल मे मै
तू बस रूठ कर ना जाया कर
है फ़िक्र मुझे बहुत तेरी
तू मुझको तकलीफ तो बताया कर
मे करता रहता हूँ इंतज़ार तेरा.
तू समय से आ जाया कर…
हमारे समाज का एक बहुत गंदा वाक्य है की पत्नी पति का नाम लेके नहीं बोलेगी वही पर पति के लिए ये उल्टा है पति बेसक बिना गाली के नहीं बोले अपनी पत्नी को फिर भी वो आदर्श पति कहलायेगा मै इन सबको नहीं मानता अगर वो मुझे आप करके बोलती है तो मै उसको दुगना आदर देता हूँ
क्योंकि मेरी नजर मे पत्नी सिर्फ पत्नी नहीं होती परिवार होती है….
हमारी मुलाक़ात बेसक नहीं होती लेकिन मुझे कभी अहसास नहीं होता की वो मेरे पास मे नहीं है…
मुलाक़ात नहीं हुई है उससे कभी मेरी
फिर भी वो मेरे पास होती है…….
लगने लगी है मेरे परिवार का हिस्सा वो
वो मुझे बहुत खास होती है….
वो मेरे पास होती है….
इतने सारे वादे है,
इतने सारे सपने है
उस सभी को पूरा करने की एक आस होती है
दूर है वो मुझसे
फिर भी वो मेरे पास होती है….
मुस्कुराते हुए देखना चाहता हूँ उसको सदा मै
दूल टूटे उसका नहीं करुँगा ऐसी कोई दग़ा मै
उसके बिना लगता है जिंदगी नाश होती है
दूर है मुझसे फिर भी वो पास होती है….
प्यार मे एक दूसरे की फ़िक्र करना आम बात है, लेकिन उसी फ़िक्र से उसी प्यार से इंसान नामुमकिन को भी मुमकिन कर देता है अक्सर इस बात का डर रहता है की कहीं हम बिछड़ ना जाये लेकिन अगर प्यार सच्चा होगा और प्यार करने वाले सच्चे होंगे तो मिलकर ही रहेंगे मै बस भगवान से यही मंगता हूँ की हम कभी अलग नहीं हो….
इतना रहम तू कर दे खुदा
कभी मत करना मुझे उससे जुदा.
रूह मेरी तड़पेगी….
सांसे कहीं फिर अटकेगी…
खता क्या है मेरी ये मुझे तो बता
ये ना जाने मै कहाँ को चला….
इतना रहम तू करदे खुदा….
कभी मत करना उससे जुदा
उसके ही हसने से धड़के मेरा दिल
उसकी खुशी से ही खिला है ये दिल
दूर होने की अब ना है कोई वेझा
दिया है मैंने सबकुछ उसपे लुटा…
इतना रहम तू करदे खुदा..
कभी मत करना उससे जूदा
है होता अंधेरा दिल मे घना.
रूठें तो उसको लेता मना…
अगर छोड़े कभी तो मै हूँ मुर्दा
इतना रहम तू करदे खुदा…..
इतना रहम तू करदे खुदा…..
दहेज हमारे समुदाय का एक ऐसा अभिशाप है जिसमे लड़का बिक जाता है और उसको खबर भी नहीं होती पिता पर बेसक कुछ नहीं हो लेकिन दहेज के लिए कर्जा करने मे कसर नहीं छोड़ते है ताकि बेटी खुशी से रह सके उसमे भी बहुत ऐसे होते है जिनका पेट नहीं भरता और बेटी को मारते है पिटते है
यहां तक की बहुत जगह तो कहीं जलाके मर दिया जाता है कहीं पर फांसी दे दे जाती है कहीं छोड़ दिया जाता है जैसे वो इंसान है ही नहीं…. अगर ऐसे लोगो से बात करना चाहओ इस बारे मे बताते है रिवाज़ है ये तो चला आ रहा है हमने दिया है हम भी लेंगे ही….. लेकिन उनको ये बात सायद ही पता हो….
पता भी नहीं चल रही है उसको
हो रहा है कहीं वो नीलाम,
है हमारा रिवाज़ ये या है कोई पाप
दहेज है जिसका नाम
फ्रिज मांगे टीवी मांगे मांगे हर एक सामान
बिगड़ा हुआ हो बेसक लड़का
ना हो उसका कोई अच्छा काम
बिक चूका है भगवान भी अब
बिक चूका है राम और श्याम
दहेज के चक्कर मे हो रहा है हर लड़का नीलम
इतना सब कुछ देते हुए भी उस मासूम को ससुराल मे नौकर के सिवा कुछ नहीं समँझे जाता अपने सपने अपनी मर्जी अपनी आजादी सब अपने मायके मे छोड़ आती है वो बदले मे उसको क्या मिलता है सारा दिन घर का काम करने को कुछ लोग तो बच्चे पैदा करने की मशीन समँझते है….
कर रहा होगा जुल्म कोई
ना आ रहा होगा अपनी हरकतों से बाज
थम जायगा समय वही पर
गूंज उठेगी तब एक शायर की आवाज….
सड़को से पत्ते कहीं सिमट जायगे
लोगो के दिल धक् धक् धड़क जायगे.
खुलेगी जब नींद उसकी
तब खुलेगा वो हर राज….
गूंज उठेगी तब एक शायर की आवाज….
उसके लेख से जो दिल मे आग सी लगेगी
आगे बढ़ने की इंसान को हिम्मत जगेगी
ऊंचाइयो को छूने की जरूरत नहीं है उसको
लोग करेंगे उसपर नाज…
गूंज उठेगी जब एक शायर की आवाज….
मै उसको हसाने के साथ साथ इन सबका अच्छा अर्थ उसको बताता रहता हूँ क्योंकि जरूरी नहीं रिस्ता अच्छा हो इंसान अच्छा होना चाहिए रिस्ता खुद अच्छा हो जाता है….
इस कहानी का ये भाग मै यही खत्म कर रहा हूँ मिलते है जल्द ही एक. नए भाग के साथ…..
धन्यवाद
S̲t̲o̲r̲y̲ w̲r̲i̲t̲t̲e̲n̲ b̲y̲
shani raj
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
15-Feb-2024 09:50 PM
उम्दा,,, बहुत ही सटीक विचार हैं,,, रीति रिवाजों पर,,,,इनमें बदलाव आना चाहिए
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Shahana Parveen
05-Jan-2024 09:24 PM
Very nice 👍
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Gunjan Kamal
27-Dec-2023 03:29 PM
Good
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