इनकार
बातों में तेरी, इनकार होता है !
पर मुझे क्यों, इज़हार सुनाई देता है !
दिल मे कुछ और आँखो में कुछ और होता है !
तेरे छूने से मुझे क्यों, एहसास कुछ और होता है !
न देखे जिस पल तू मुझे, नज़रों को तेरी मेरा ही इंतज़ार होता है !
जब आ जाऊँ तेरे सामने, तो तू मुझ से ही अनजान होता है !
आलिया कह
ऋषभ दिव्येन्द्र
26-May-2023 12:19 PM
खूबसूरत पंक्तियाँ
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Abhinav ji
26-May-2023 08:57 AM
Very nice 👍
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
26-May-2023 07:56 AM
Nice lines
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