वह झील सी आंखें
तेरी वो झील सी गहरी आंखें
जिनके हम हो गए दीवाने
डूबे तो हजार होंगे इनमें
शायद हम पार हो के दिखा दे
राज गहरे दबाएं लगती हो
इन झील सी आंखों के पीछे आखिर
क्या-क्या छुपाएं रखती हो?
बताओ कभी हाल अपना
इन्हीं आंखों के जरिए हमें
समझ जाए हम भी
दो पल को झांक कर इनमें,
तेरी झील सी आंखों के
कायल हम , बस जाए
आखिर इनमें ही!
समाप्त।।।
Simrana
Zakirhusain Abbas Chougule
23-Sep-2021 09:57 AM
Kya baat hai bahut khoob
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Swati chourasia
23-Sep-2021 06:51 AM
Very nice
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any ansari
22-Sep-2021 11:46 PM
Bahut badhiya
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