चतुष्पदी

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चतुष्पदी इक सुंदर सा योगी बनना, प्रेमामृत सहयोगी बनना, मन के मैलेपन को त्यागो, परहित में उपयोगी बनना। उत्तम मन का मस्ताना बन, मानवता का दीवाना बन, जनगणमन को खुश रख ...

अध्याय

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