डमरू घनाक्षरी

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डमरू घनाक्षरी 8 8 8 8 सभी लघु वर्ण उड़त चपल मन,छुअत सकल जन; कहत वचन मृदु, रहत मगन तन। बहकत बहकत, बहकत मन तन; चलत चतुर बन, पर फिसलत मन। ...

अध्याय

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