पुराना महल

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एक तूफ़ानी रात, बिजली ऐसे कड़क रही थी  कि कलेजा ही चीर रख देती और बारिश थी के थमने का नाम नहीं ले रही थीं, तभी संग्राम सिंह की जीप रास्ते ...

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