नज़्म

1 भाग

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एक नज़्म( दिल चाहता है ) ओपन विषय: नज़्म तेरे इख़लास की तहफ़गी है बहुत तुझे मिलने को दिल चाहता है, कायल हूं तेरी ताबन्दगी का  तुझसे दिल्लगी करने का दिल ...

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