डमरू घनाक्षरी

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 डमरू घनाक्षरी      मात्रारहित 8 8 8 8 वर्ण चल शिवपथ पर, परहित कर कर; कदम-कदम पर, धरम पथिक बन। तन मन धन बल, सकल परसपर: जनहितकर कर, चल शिवमय सन। करम ...

अध्याय

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